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FASTag और ई-वॉलेट से पेमेंट हुआ और आसान, पैसे कम होने पर रकम अपने आप बैंक खाते से होगी डेबिट

RBI ने FASTag, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड पेमेंट्स (NCMC) को ई-मेंडेट फ्रेमवर्क के तहत डाला. अब रकम तय सीमा से कम हुई तो अपने आप लोगों के खाते से इसमें पैसे आ जाएंगे.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी06:54 PM IST, 22 Aug 2024NDTV Profit हिंदी
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भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को फास्टैग और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड को ई-मेंडेट फ्रेमवर्क में शामिल कर लिया है. इसके तहत इन दोनों पेमेंट इंट्रूमेंट्स में रकम तय सीमा से कम होते ही अपने आप ग्राहकों के खाते से पैसे निकलकर इसमें जुड़ जाएंगे. इसके लिए कंज्यूमर को बार-बार पैसा खुद नहीं डालना होगा.

RBI ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि FASTag और NCMC वॉलेट में ग्राहकों द्वारा तय सीमा से कम रकम होने पर ई-मेंडेट ऑटोमेटिकली उसमें फिर से रकम भर सकता है. RBI ने बताया कि FASTag और NCMC के तहत पेमेंट की कोई तय समय सीमा नहीं होती. कभी भी पेमेंट करने की जरूरत पड़ सकती है, ऐसे में बिना किसी निश्चित तय समय सीमा के पैसे खाते से क्रेडिट हो जाएंगे. इसके लिए ग्राहक को प्री-डेबिट का नोटिफिकेशन देना जरूरी नहीं होगा. इसके तहत ई-मेंडेट फ्रेमवर्क के बाकी सभी नियम और दिशा निर्देश समान रहेंगे.

7 जून को RBI ने मॉनेटरी पॉलिसी में ई-मेंडेट फ्रेमवर्क के तहत फास्टैग और NCMC के लिए रिकरिंग पेमेंट्स को भी शामिल करने की घोषणा की थी. इस पॉलिसी में रिजर्व बैंक ने देश में पेमेंट सिस्टम को सुव्यवस्थित और आधुनिक बनाने की लगातार कोशिश पर भी बल दिया है.

FASTag, NCMC वॉलेट से पेमेंट होगा और आसान

RBI ने कहा कि देश में FASTag और NCMC जैसे पेंमेंट इंट्रूमेंट्स का चलन लगातार बढ़ रहा है. जब लोगों के FASTag और NCMC वॉलेट में पैसे कम हो जाते थे तो पेमेंट करने में दिक्कत हो जाती थी. लोगों को अपने खाते से ऑनलाइन पैसे भरने पड़ते थे. अब इसकी जरूरत नहीं होगी. ग्राहक इस तरह के पेमेंट इंट्रूमेंट्स के लिए रकम पहले से ही तय कर सकते हैं. इसके पहले के आदेश में ग्राहकों के खाते से पैसे डेबिट करने से कम से कम 24 घंटे पहले इसकी सूचना ग्राहकों को देनी पड़ती थी.

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