समाजसेवी और लेखिका सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) ने मंगलवार को राज्यसभा में अपना पहला भाषण दिया, जिसमें उन्होंने घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने की वकालत की. सुधा मूर्ति ने देश में मौजूद 42 वर्ल्ड हेरिटेज साइट का जिक्र करते हुए भारत की सांस्कृतिक समृद्धि पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि देश में पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं. उन्होंने 57 पर्यटन स्थलों के वर्ल्ड हेरिटेज साइट की मान्यता दिलाने पर भी जोर दिया.
इन 57 घरेलू पर्यटन स्थलों में कर्नाटक में बाहुबली प्रतिमा, लिंगराज मंदिर, त्रिपुरा के उनाकोटी में पत्थरों पर हुई नक्काशी, महाराष्ट्र में शिवाजी के बनाए किले, मितावली में चौसठ योगिनी मंदिर, गुजरात में लोथल और गोल गुंबद आदि शामिल हैं. मूर्ति ने श्रीरंगम में मंदिरों और कश्मीर में सुंदर मुगल गार्डन की भी प्रशंसा की, साथ ही टूरिस्ट के बीच उनकी लोकप्रियता के बावजूद वर्ल्ड हेरिटेज साइट की सूची में इनके नाम नहीं होने पर अफसोस भी जताया.
उन्होंने भारत के टूरिज्म के बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ शौचालयों और अच्छी सड़कों की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
मूर्ति ने सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) से निपटने के लिए सरकारी टीकाकरण कार्यक्रम की भी वकालत की. उन्होंने कैंसर को रोकने में 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के टीकाकरण जोर दिया. मूर्ति ने आगे कहा कि सरकार ने कोविड के दौरान एक बहुत बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया है. इसी तरह का कार्यक्रम सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ भी चलाया जाना चाहिए.
फरवरी में, अपने बजट 2024 भाषण के दौरान, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्वाइकल कैंसर से निपटने के लिए 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की थी.