लंबे समय से विवादित चागोस द्वीप समूह (Chagos Archipelago) की संप्रभुता ब्रिटेन ने मॉरीशस को सौंपने पर बृहस्पतिवार को सहमति व्यक्त की है. ब्रिटेन सरकार ने एक बयान में कहा कि इस समझौते को तमाम अंतरराष्ट्रीय साझेदारों का समर्थन प्राप्त है.
इस ट्रीटी को डिएगो गार्सिया में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ब्रिटेन-अमेरिका सैन्य बेस के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए किया गया है.
ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने कहा कि इस सरकार को ऐसी स्थिति विरासत में मिली थी, जहां लंबे समय से डिएगो गार्सिया सैन्य बेस का सिक्योरिटी ऑपरेशन खतरे में था, संप्रभुता पर विवाद था और कानूनी चुनौतियां जारी थीं.
मॉरिशस के विदेश मंत्री मनीष गोबिन ने इसे एक यादगार दिन करार दिया उन्होंने कहा कि ये मॉरिशस के लिए संप्रभुता का प्रतीक है.
बता दें, मॉरीशस को 1968 में ब्रिटेन से आजादी मिली थी. लेकिन, ब्रिटेन ने चागोस द्वीपसमूह को मॉरीशस को वापस नहीं किया.
चागोस, हिंद महासागर में 60 से अधिक द्वीपों का एक द्वीपसमूह है. चागोस द्वीपसमूह मॉरीशस के मुख्य द्वीप से लगभग 2,200 KM उत्तर पूर्व में और तिरुवनंतपुरम से लगभग 1,700 KM दक्षिण पश्चिम में स्थित है.