भारत हमारे ऑटो प्रोडक्ट्स पर 100% टैरिफ लगाता है, हम भी टैरिफ के बदले टैरिफ लगाएंगे. ये चेतावनी दी है अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने. ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार अमेरिकी संसद को संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने टैरिफ से लेकर, अवैध इमिग्रेशन, बाइडेन प्रशासन की योजनाओं समेत तमाम मुद्दों का जिक्र किया.
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने भारत का नाम लेते हुए कहा कि भारत अमेरिका ऑटो पर 100% का टैरिफ लगाता है, चीन भी हमारे प्रोडक्ट्स पर हम जितना लगाते हैं, उससे दोगुना टैरिफ लगाता है. साउथ कोरिया जिसे हमने कई बार सैन्य मदद की है, उसने भी हम पर औसतन चार गुना से ज्यादा टैरिफ थोपा है. ट्रंप ने कहा कि इसलिए मैं इन देशों पर 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान करता हूं. वो हम पर जितना टैरिफ लगाएंगे, जितना टैक्स वसूलेंगे, हम भी उतना ही टैरिफ लगाएंगे और उतना ही टैक्स वसूलेंगे.
ट्रंप ने कहा कि दूसरे देशों ने दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है और अब हमारी बारी है कि हम उन दूसरे देशों के खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल करना शुरू करें. यूरोपीय संघ, चीन, ब्राजील, भारत और अनगिनत दूसरे देश हमसे बहुत ज्यादा टैरिफ वसूलते हैं, जितना हम उनसे वसूलते हैं. ये ठीक नहीं है. भारत हमसे 100% टैरिफ वसूलता है, ये व्यवस्था अमेरिका के लिए उचित नहीं है, यह कभी नहीं थी. इसलिए 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू किया जाएगा. अगर वे हमें अपने बाजार से बाहर रखने के लिए नॉन-मॉनिटरी टैरिफ लगाते हैं, तो हम उन्हें अपने बाजार से बाहर रखने के लिए भी यही करेंगे.
ट्रंप ने बताया कि हमारी सरकार को टैरिफ के मोर्चे पर सफलता मिल रही है. उन्होंने बताया कि एप्पल के CEO टिम कुक ने उन्हें फोन किया और कहा कि वो अमेरिका में 500 बिलियन डॉलर का निवेश करना चाहते हैं, ताइवान सेमीकंडक्टर, जो कि दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, वो भी अमेरिका में 165 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी, सॉफ्टबैंक ने भी 200 बिलियन डॉलर निवेश करने की योजना बनाई है. ट्रंप ने कहा कि इसके लिए उन्होंने इन कंपनियों को कोई पैसा नहीं दिया है, बल्कि ये कंपनियां टैरिफ नहीं देना चाहती हैं, इसलिए अमेरिका में निवेश कर रही हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार 50 लाख अमेरिकी डॉलर का 'गोल्ड कार्ड' डेवलप कर रही है, जो दुनिया भर के प्रतिभाशाली और मेहनती लोगों को अमेरिकी नागरिकता हासिल करने का जरिया बनेगा, उन्होंने कहा कि ये ग्रीन कार्ड की तरह है, लेकिन थोड़ा बेहतर है. अमेरिकी कांग्रेस को अपने पहले संबोधन में राष्ट्रपति ट्रंप ने उन एग्जिक्यूटिव ऑर्डर्स की लिस्ट का भी जिक्र किया, जिसे उन्होंने साइन किया. जिसमें अवैध इमिग्रेशन और जेंडर संबंधी विकार पर कार्रवाई शामिल है.
ट्रंप ने साफ किया कि अब अमेरिका में सिर्फ दो ही जेंडर होंगे, ट्रांसजेंडर्स के लिए अमेरिका में अब कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन ने अपने पब्लिक स्कूलों से क्रिटिकल रेस थ्योरी का जहर हटा दिया है. उन्होंने कहा, "मैंने एक आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे ये अमेरिकी सरकार की आधिकारिक नीति बन गई है कि केवल दो लिंग हैं, पुरुष और महिला.'
राष्ट्रपति ने जो बाइडेन सरकार की पुरानी नीतियों को घोटाला बताते हुए कहा कि उन योजनाओं की जांच की जाएगी, क्योंकि सामाजिक सुरक्षा के नाम पर घोटाला चल रहा था. इसलिए हम इन योजनाओं को बंद कर रहे हैं. हमें अमेरिका ने बदलाव के लिए जनादेश दिया है, अमेरिका में फिर से लोकतंत्र की वापसी होगी.
ट्रंप ने बाइडेन सरकार पर आरोप लगाया कि पिछली सरकार की नीतियों की वजह से अमेरिका में आर्थिक तबाही आई और महंगाई बढ़ी. अमेरिका ने बीते 48 साल में सबसे ज्यादा महंगाई का सामना किया है. ट्रंप ने बाइडेन सरकार पर आरोप लगाया "उनकी नीतियों ने ऊर्जा की कीमतों में बढ़ोतरी की, किराने का सामान महंगा कर दिया और लाखों अमेरिकियों के लिए जीवन की जरूरतों को पहुंच से बाहर कर दिया. हमने 48 वर्षों में सबसे खराब महंगाई का सामना किया.