फेड ब्याज दरें बढ़ाएगा या नहीं, इसका जवाब तो 22 मार्च को मिलेगा लेकिन गुरुवार को यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है. ECB ने ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है. अमेरिका में 3 बैंक बंद हो चुके हैं. सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) के डूबने के बाद उसका असर दुनिया भर के शेयर बाजार पर पड़ रहा है. ऐसे में सबकी नजर फेड पर है कि अब 22 मार्च को फेड क्या फैसला करता है.
क्रेडिट सुईस में डिपॉजिट की दिक्कतों और 3 अमेरिकी बैंकों के बंद होने के बाद बैंकिंग सेक्टर की हालत खराब है. इस बीच ECB ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है.
ब्लूमबर्ग के अनुसार, ECB ने कहा कि वो प्राइस स्टैबिलिटी और फाइनेंशियल स्टैबिलिटी, दोनों की दिक्कतें से मुकाबले के लिए तैयार हैं. ECB ने कहा कि बढ़ती महंगाई की दिक्कतें, शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से ज्यादा जरूरी हैं, जिसके लिए ECB ने यह कदम उठाया है.
ECB का कहना है कि यूरोप का बैंकिंग सेक्टर काफी मजबूत है, हमारे पास मजबूत कैपिटल और लिक्विडिटी है इसके साथ ही ECB ने कहा कि हमारी पॉलिसी ऐसी हैं कि जरूरत पड़ने पर हम मार्केट को लिक्विडिटी सपोर्ट दे सकते हैं.