अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन (Former US President Joe Biden) को प्रोस्टेट कैंसर के एक आक्रामक रूप का पता चला है. ये जानकारी बाइडेन के ऑफिस से दी गई है. बाइडेन पिछले हफ्ते फिलाडेल्फिया के एक अस्पताल में थे, जहां डॉक्टरों ने उनके प्रोस्टेट पर एक छोटी गांठ को देखा, डॉक्टर्स ने इसके आगे की जांच की जरूरत बताई.
82 साल के बाइडेन को मूत्र संबंधी लक्षण महसूस हो रहे थे, उनके कार्यालय ने रविवार को एक बयान में कहा. प्रवक्ता केली स्कली ने बयान में कहा कि कैंसर हड्डी तक फैल गया था. हेल्थ ग्रुप जीरो प्रोस्टेट कैंसर के मुताबिक, ये एडवांस्ड प्रोस्टेट कैंसर वाले रोगियों में काफी आम है, जो लगभग 60% मामलों में होता है.
स्कली के बयान में ये भी कहा गया कि उनके कैंसर की पहचान 'ग्लीसन स्कोर 9 के रूप में की गई है'. ग्लीसन ग्रेडिंग सिस्टम का इस्तेमाल प्रोस्टेट कैंसर की आक्रामकता का आकलन करने के लिए किया जाता है, जिसमें 9 का स्कोर ये दर्शाता है कि कैंसर बहुत आक्रामक है और तेजी से बढ़ने और फैलने की संभावना है.
स्कली ने कहा 'हालांकि ये बीमारी के अधिक आक्रामक रूप को दर्शाता है, लेकिन कैंसर हार्मोन-सेंसिटिव मालूम होता है, जो प्रभावी प्रबंधन की अनुमति देता है'. 'राष्ट्रपति और उनका परिवार अपने डॉक्टर्स के साथ इलाज के विकल्पों की समीक्षा कर रहे हैं'. क्योंकि उनका कैंसर हार्मोन सेंसिटिव है, ये अभी भी हार्मोन थेरेपी पर प्रतिक्रिया कर सकता है, जिसमें टेस्टोस्टेरोन को बनने या कैंसर कोशिकाओं तक पहुंचने से रोकना शामिल है.
प्रोस्टेट से जुड़ी समस्याएं जिनमें कैंसर भी शामिल है, वृद्ध पुरुषों में आम हैं. बाइडेन अमेरिकी इतिहास में सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति रह चुके हैं. अंतिम चरण के उपचार विकल्पों में हार्मोन थेरेपी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन या इनका कॉम्बिनेशन शामिल है. हार्मोन थेरेपी कैंसर को नियंत्रित कर सकती है और लक्षणों से राहत दिला सकती है. अगर कैंसर तेजी से बढ़ता है या अब हार्मोन पर प्रतिक्रिया नहीं करता है, तो कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जा सकता है.
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पोस्ट में कहा, "मेलानिया और मैं जो बाइडेन की इस बीमारी के बारे में सुनकर दुखी हैं'. 'हम जिल और परिवार को अपनी हार्दिक और शुभकामनाएं देते हैं, और हम जो के शीघ्र और स्वस्थ होने की कामना करते हैं'.
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबमा ने बाइडेन के कैंसर को लेकर X पर पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि मिशेल और मैं पूरे बाइडेन परिवार के बारे में सोच रहे हैं. कैंसर के सभी रूपों के लिए सफल उपचार खोजने में जो (जो बाइडेन) से ज्यादा किसी ने काम नहीं किया है, और मुझे यकीन है कि वो अपने विशिष्ट संकल्प और शालीनता के साथ इस चुनौती से लड़ेंगे. हम उनके शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं.
कैंसर की खबर ऐसे समय में आई है जब बाइडेन के राष्ट्रपति पद के बाद के जीवन को एक नई किताब में उनके राष्ट्रपति पद के दौरान उनकी गिरती मानसिक क्षमताओं और उन्हें छिपाने के सहयोगियों के प्रयासों के बारे में खुलासे से घेर लिया गया है. इस किताब के अंश रिलीज होने के बाद से ही डेमोक्रेट उनकी उम्र के बारे में वोटर्स की चिंताओं के बावजूद उन्हें 2024 के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में बनाए रखने में अपनी भूमिका पर बहस कर रहे हैं.
राष्ट्रपति का पद छोड़ने के बाद से, बाइडेन सार्वजनिक रूप से ज्यादा सक्रिय नहीं रहे, लेकिन जैसे-जैसे किताब का प्रकाशन करीब आ रहा है, बाइडेन ने ABC के द व्यू जैसे शो में इंटरव्यू देना शुरू कर दिया, जहां उनके उनकी उम्र को लेकर मजाकिया लहजे में सवाल भी पूछे गए.
कैंसर बाइडेन के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है. उनके बेटे ब्यू की 2015 में ब्रेन कैंसर से जूझने के बाद मृत्यु हो गई थी. बाइडेन ने अपने राष्ट्रपति पद के दौरान "कैंसर मूनशॉट" पहल पर काम किया, कैंसर से लड़ने के लिए ज्यादा रिसर्च फंड के लिए काम किया.