इसे कुदरत का कहर कहें या उसके साथ खिलवाड़ का नतीजा. रेगिस्तानी देश UAE में तेज बारिश और तूफान से चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है. चमचमाती सड़कों और आसमान चूमती इमारतों वाला शहर दुबई इस वक्त बाढ़ की गिरफ्त में है, ओमान में भी हर तरफ बस पानी का ही मंजर नजर आ रहा है.
दुबई में सड़कों पर ही नहीं, एयरपोर्ट तक में पानी घुस चुका है, जिस वजह से दुबई के एयरपोर्ट पर सभी तरह के यात्रियों के चेक-इन पर दिनभर के लिए रोक लगा दी गई है. ये रोक सुबह 8 बजे से लेकर रात 12 बजे तक के लिए लगाई गई है. सिर्फ कनेक्टिंग फ्लाइट्स को ही उड़ान भरने की इजाजत है.
दुबई में सरकारी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा है साथ ही प्राइवेट कंपनियों से भी ऐसा करने की अपील की गई है. एयरलाइन ने बयान जारी कर कहा है कि, उनकी टीम हालात को संभालने में जुटी हुई है और जल्द ही यात्राएं बहाल कर दी जाएंगी. बता दें कि दुबई दुनिया के सबसे व्यस्त एविएशन हब (Busiest Aviation Hub) में से एक है.
दुबई में तेज बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. यातायात के सभी माध्यम प्रभावित हैं. रनवे पानी में डूबा हुआ है, फ्लाइट्स डायवर्ट कर दी गई हैं और सड़कों पर कारें पानी में तैर रही हैं. मेट्रो भी बुधवार सुबह से प्रभावित है.
दुबई के मीडिया ऑफिस ने बताया है कि 1949 के बाद से अब तक की सबसे भारी बारिश है. पानी लोगों के बेसमेंट और पार्किंग में घुस गया है. कई जगहों पर बिजली चली गई है. इससे शहर में अराजकता फैल गई है.
सोशल मीडिया पर कई चौंकाने वाली वीडियो वायरल हो रहे हैं. जिसमें कारें सड़कों पर बह रही हैं. दुबई के सबसे फेमस मॉल में पानी भर गया है, जिससे एक शॉप की छत भी ढह गई.
UAE के एक राष्ट्रीय समाचार पत्र ने लिखा है कि उत्तरी इलाके में अचानक आई बाढ़ में एक व्यक्ति के बह जाने से उसकी मौत हो गई. नेशनल इमर्जेंसी कमेटी ने कहा है कि पड़ोसी देश ओमान में बीते दिनों आई बाढ़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई थी.
विशेषज्ञ मौसम विज्ञानी अहमद हबीब के मुताबिक, रेगिस्तानी देश UAE में इस भारी बारिश की एक बड़ी वजह क्लाउड सीडिंग हो सकती है. दरअसल संयुक्त अरब अमीरात ने पानी की किल्लत से निपटने के लिए 2002 में क्लाउड सीडिंग प्रोग्राम की शुरुआत की थी. लेकिन देश में ड्रेनेज सिस्टम में कमी की वजह से बाढ़ की स्थिति बन गई है.
अहमद हबीब ने बताया कि UAE के मौसम विभाग केंद्र से सोमवार शाम से मंगलवार दोपहर के बीच कम से कम सात क्लाउड सीडिंग करने वाले विमानों ने उड़ान भरी थी.
क्लाउड सीडिंग (Cloud Seeding) से आर्टिफिशियल बारिश कराई जाती है. जिसके लिए बादलों में साधारण नमक और पोटेशियम क्लोराइड जैसे केमिकल्स छोड़े जाते हैं. जिससे बादलों की नमी, बारिश बनकर बरस जाती है.
ग्लोबल वार्मिंग और गर्मी बढ़ने से दिनों दिन UAE में मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है. अब अचानक आई बाढ़ ने हाहाकार मचा दी है. इसके बावजूद दुबई के मीडिया डिपार्टमेंट ने इस बारिश को 'रेन्स ऑफ गुडनेस (Rains of Goodness)' यानी 'अच्छी बारिश' करार दिया है.