Israel Iran Conflict: इजरायली फाइटर जेट्स ने शनिवार को ईरान (Iran) के सैन्य ठिकानों पर हमला किया. इजरायल (Israel) के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने तीन हफ्ते पहले दोनों देशों के बीच बढ़ते टकराव के बीच जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी थी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि उसने सैन्य ठिकानों पर हमला किया है.
उसने कहा कि फाइटर जेट्स ने उन फैसिलिटीज पर हमला किया जिनका इस्तेमाल करके पिछले साल के दौरान इजरायल के खिलाफ मिसाइल बनाईं गईं. तेहरान के करीब कई धमाके हुए और इजरायल के चैनल 12 के मुताबिक शीराज शहर में भी एयर स्ट्राइक्स हुईं. हताहत को लेकर अभी कोई रिपोर्ट्स नहीं हैं.
जिन जगहों को टारगेट किया गया उससे पता चलता है कि नेतन्याहू ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटीज और एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला करने से दूर रहे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसकी अपील की थी. एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर संवाददाताओं को बताया कि अमेरिका ने इजरायल के साथ रिस्पॉन्स को लेकर काम किया था. अमेरिका ने उसे दोबारा जवाबी कार्रवाई न करने की अपील की थी.
एयर स्ट्राइक्स के दौरान इजरायली सैन्य बलों ने कहा कि उन्होंने इजरायल के खिलाफ ईरानी शासन की ओर से कई महीनों तक लगातार हमलों के बाद जवाब दिया है. उन्होंने बताया कि इजरायल के पास जबाव देने का अधिकार है.
इजरायल के बयान में कहा गया है कि शनिवार की स्ट्राइक्स जरूरी था. इजरायल पर हाल के सालों में ईरान के खिलाफ कई हत्याओं का आरोप लगता रहा है. हालांकि उसने कभी भी उन हमलों की सीधी जिम्मेदारी नहीं ली.
नेतन्याहू ने 1 अक्टूबर को ईरान की ओर से इजरायल पर करीब 200 बैलेस्टिक मिसाइलों द्वारा हमले के बाद जवाबी हमले की बात कही थी. हमास और अन्य फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला शुरू किया था. इजरायल पर हुए हमले में हिजबुल्ला और अन्य ईरान समर्थित ग्रुप शामिल थे.
इन एयर स्ट्राइक्स से इजरायल और ईरान के बीच खुले टकराव को लेकर डर पैदा हुआ है. अमेरिका और उसके सहयोगियों ने कई हफ्तों से कहा था कि इजरायल के पास खुद की सुरक्षा का अधिकार है लेकिन उसने इजरायल को हमला करने से रोकने के लिए पर्दे के पीछे काम किया है जिससे बड़ी जंग शुरू हो सकती थी.