ईरान ने मंगलवार रात को इजरायल पर 181 बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया. मिसाइलों की इस बौछार से पूरे देश में हवाई हमले के सायरन बजने लगे और करीब 10 मिलियन इजरायली बम शेल्टर्स में जाने को मजबूर हो गए. हमले में मुख्य रूप से सैन्य और सुरक्षा एजेंसियों को निशाना बनाया गया. इजरायली मीडिया ने बताया कि ईरान ने इजरायल पर करीब 181 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी है. जिसके बाद इजरायल ने ईरान को बड़े हमले की चेतावनी दी है.
इस हमले पर इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि ईरान की दागी मिसाइलों के एक बड़े हिस्से को इजरायल के एडवांस मिसाइल डिफेंस सिस्टम आयरन डोम और एरो सिस्टम्स ने रोक लिया है. हालांकि, कुछ मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भेदने में कामयाब रही, जिससे मामूली नुकसान और हल्की चोटें आईं हैं.
नेतन्याहू ने दी ईरान को धमकी
इस मिसाइल हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने बड़ी गलती कर दी है और अब इसकी कीमत चुकानी होगी.
ये ईरान का इजरायल पर दूसरा सीधा हमला है, पहला हमला इसी साल के अप्रैल महीने में ईरान ने किया था. कुछ ईरानी अधिकारियों के मुताबिक, मंगलवार का हमला हिजबुल्लाह लीडर हसन नसरल्लाह और हमास लीडर इस्माइल हनीया की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया है. साथ ही कहा कि इजरायल ने अगर दोबारा हमला किया तो उसे करारा जवाब मिलेगा.
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराची ने X पर एक पोस्ट में कहा कि इजरायल के खिलाफ ईरान की कार्रवाई तब तक ही बंद रहेगी, जब तक कि इजरायल आगे जवाबी कार्रवाई को आमंत्रित नहीं करता. ईरान ने कहा की उसकी कार्रवाई फिलहाल समाप्त हो गई है. अगर इजरायली शासन आगे जवाबी कार्रवाई नहीं करता तो वो भी मामले को आगे नहीं बढ़ाएगा." ईरान के मिसाइल हमले के जवाब में ईरान के सशस्त्र बलों ने इजरायल के समर्थन में किसी भी प्रत्यक्ष सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ बुधवार को चेतावनी दी.
अमेरिका ने ईरान को दी हमले की चेतावनी
हमले के जवाब में, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने ईरान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि मिसाइल हमला 'बड़ा एस्केलेशन' है और जिसके 'गंभीर परिणाम' होंगे. व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, सुलिवन ने कहा कि अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा रहेगा और किसी भी जवाबी कार्रवाई का समर्थन करेगा.
इस हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इस बात पर चर्चा चल रही है कि इजरायल ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब कैसे देगा. साथ ही बाइडेन ने कहा कि ईरान को इसके नतीजे भुगतने होंगे. व्हाइट हाउस में बाइडेन ने कहा, वह इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि ईरान के हमला कामयाब नहीं हुआ है.
इजराइल पर ईरान के हमले को लेकर UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी चिंता जताई और कहा, ये जंग रुकनी चाहिए, हमें युद्धविराम की जरूरत है.
भारत ने इस मुद्दे पर कहा है कि हम पश्चिम एशिया में बढ़ती सुरक्षा की स्थिति को लेकर बेहद चिंतित हैं, सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा की अपील करते हैं, भारत ने कहा कि इस संघर्ष का बड़े पैमाने पर क्षेत्रों में नहीं फैलना बहुत जरूरी है, सभी मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के जरिए हल किया जाए. इधर तनाव को बढ़ता देख, दिल्ली में इजरायल के दूतावास की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है.
सरकार ने अपनी ट्रैवल एडवायजरी में कहा है कि भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे ईरान की सभी गैर-जरूरी यात्रा से बचें. जो अभी ईरान में हैं वे सतर्क रहें और तेहरान में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें.
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने मंगलवार को ईरान के इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया. ईरान के हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए, बोरेल ने चेतावनी दी कि हमलों और प्रतिशोध का खतरनाक चक्र नियंत्रण से बाहर हो रहा है. यह कहते हुए कि यूरोपीय संघ क्षेत्रीय युद्ध से बचने के लिए काम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.