भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) यूक्रेन युद्ध (Ukraine War) के बाद पहली बार रूस जा सकते हैं. ब्लूमबर्ग ने रूसी विदेश मंत्रालय की एक अधिकारी यूरी उशाकोव के हवाले से ये दावा किया है. फिलहाल दोनों देशों में यात्रा को लेकर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
इससे पहले मंगलवार को तास न्यूज ने बताया था कि जुलाई की शुरुआत में दो दिन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस का दौरा कर सकते हैं. पिछली बार मोदी 2019 में रूस गए थे, तब उन्होंने सुदूर पूर्व में स्थित शहर व्लादिवोस्तोक की यात्रा की थी.
जबकि पुतिन ने आखिरी बार 2021 में भारत की यात्रा की थी. ये यात्रा इंडिया-रूस एनुअल समिट के दौरान की गई थी. बीते दो साल से ये समिट भी नहीं हुई है.
जबकि मोदी और पुतिन की आखिरी मुलाकात SCO (शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन) समिट, समरकंद में हुई थी. ये मुलाकात सितंबर 2022 में हुई थी. तब PM मोदी ने पुतिन को यूक्रेन विवाद के बीच बातचीत और कूटनीति पर वापस लौटने को कहा था.
भारत और रूस दोनों ही BRICS समूह का हिस्सा हैं. भारत दुनिया का तीसरा क्रूड कंज्यूमर है. 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से छूट पर मिलने वाले रूसी तेल का भारत बड़ा आयातक रहा है और भारत-रूस के बीच गहरे आर्थिक और राजनीतिक संबंध हैं.
बता दें भारत उन चुनिंदा देशों में रहा है, जिन्होंने यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों के साथ सहमति जताने से इनकार किया है. भारत ने लगातार दोनों पक्षों से यूक्रेन युद्ध को रोकने की अपील की है. इस सबके बीच UN में रूस की आलोचना करने वाले प्रस्तावों से भी भारत ने दूरी बनाए रखी. जबकि रूस के साथ व्यापारिक रिश्ते भी पहले की तरह जारी रहे और क्रूड ऑयल की खरीद बनी रही.