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भारत-रूस के बीच 9 समझौतों पर मुहर, 2030 तक ट्रेड को 100 बिलियन डॉलर पहुंचाने का लक्ष्‍य; अब ऑस्ट्रिया पहुंचे PM मोदी

रूस की यात्रा के बाद अब PM मोदी ऑस्ट्रिया के दौरे पर हैं. ये 4 दशक बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का ऑस्ट्रिया दौरा है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी09:06 AM IST, 10 Jul 2024NDTV Profit हिंदी
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2 दिवसीय रूस यात्रा कई मायनों में अहम साबित हुई. रशियन आर्मी से भारतीयों की वापसी का मामला हो, ट्रेड को 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्‍य हो या फिर कई और समझौतों पर मुहर हो, PM मोदी के इस दौरे से भारत-रूस के बीच दोस्‍ती और ज्‍यादा गहरी हुई है, इसकी जड़ें और मजबूत हुई है.

PM मोदी की हाई-प्रोफाइल यात्रा के दौरान भारत और रूस ने व्यापार, जलवायु और अनुसंधान सहित कई क्षेत्रों में 9 एग्रीमेंट और MoUs पर हस्‍ताक्षर किए.

रूस के राष्‍ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' से नवाजा. PM मोदी ने इसे 140 करोड़ भारतीयों का सम्‍मान बताया.

भारत और रूस के बीच हुई शिखर वार्ता में दोनों देशों ने आपसी व्यापार को वर्ष 2030 तक 100 बिलियन डॉलर से अधिक पहुंचाने पर सहमति जताई. निवेश को बढ़ावा देकर, आपसी व्यापार के लिए राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग और कृषि, एनर्जी से लेकर इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर सेक्‍टर में सहयोग बढ़ाकर ये लक्ष्य हासिल किया जाएगा.

किन समझाैतों पर मुहर, कहां बनी सहमति?

  • भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय व्यापार से संबंधित गैर-टैरिफ ट्रेड बाधाओं को खत्‍म करने की उम्‍मीद जताई गई. संतुलित द्विपक्षीय व्यापार (Bilateral Trade) को जारी रखने के लिए भारत से माल की आपूर्ति में बढ़ोतरी की जाएगी. 2030 तक 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा के आपसी व्यापार की उपलब्धि हासिल करना भी दोनों देशों का लक्ष्य होगा.

  • राष्ट्रीय मुद्राओं यानी रुपये और रूबल का इस्तेमाल करके द्विपक्षीय सेटलमेंट सिस्‍टम का विकास करना और आपसी निपटान में डिजिटल फाइनेंशियल टूल्‍स को बढ़ावा देने पर भी सहमति बनी.

  • उत्तर-दक्षिण अंतरराष्ट्रीय परिवहन गलियारे (North-South International Transport Corridor), उत्तरी समुद्री मार्ग और चेन्नई-व्लादिवोस्तोक समुद्री लाइन के नए मार्गों की शुरुआत के जरिए भारत के साथ कार्गो कारोबार में बढ़ोतरी पर भी दोनों देशों में सहमति बनी.

  • एग्री प्रॉडक्‍ट्स, खाद्य और उर्वरकों में ट्रेड बढ़ाने, पशु चिकित्सा, स्वच्छता और पादप स्वच्छता प्रतिबंधों (Phytosanitary Restrictions) को हटाने के उद्देश्य से एक गहन संवाद जारी रखना भी इस वार्ता के दौरान अहम विषय रहा.

  • न्‍यूक्लियर एनर्जी, तेल शोधन और पेट्रोकेमिकल सहित प्रमुख एनर्जी सेक्‍टर में सहयोग का विकास और एनर्जी इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग और साझेदारी के विस्‍तार पर सहमति बनी.

  • इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर डेवलपमेंट, ट्रांसपोर्ट इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल प्रोडक्‍शन और जहाज निर्माण, स्‍पेस और अन्य इंडस्ट्रियल सेक्‍टर्स में बातचीत को मजबूत करने को लेकर भी बात हुई. सहायक कंपनियों और औद्योगिक समूहों का निर्माण करके भारतीय और रूसी कंपनियों को एक-दूसरे के बाजारों में प्रवेश की सुविधा प्रदान करने पर सहमति बनी.

  • डिजिटल इकोनॉमी, साइंस और रिसर्च, शैक्षिक आदान-प्रदान और हाई टेक्निक कंपनियों के कर्मचारियों के लिए इंटर्नशिप के विभिन्न सेक्‍टर में निवेश और संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा देने पर सहमति बनी. अनुकूल राजकोषीय व्यवस्थाएं प्रदान कर नई सहायक कंपनियों के निर्माण की सुविधा देने पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हुई.

  • दवाओं और उन्नत चिकित्सा उपकरणों के विकास और आपूर्ति में व्यवस्थित सहयोग को बढ़ावा देने, रूस में भारतीय चिकित्सा संस्थानों के ब्रांचेस खोलने और योग्य डॉक्‍टर्स की भर्ती के साथ-साथ चिकित्सा और जैविक सुरक्षा के क्षेत्र में समन्वय को मजबूत करने की संभावना को लेकर स्‍टडी करने पर भी सहमति बनी.

  • मानवीय सहयोग का विकास, एजुकेशन, साइंस और टेक्‍नोलॉजी, संस्कृति, पर्यटन, खेल, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य क्षेत्रों में बातचीत का लगातार विस्तार करने को लेकर भी भारत और रूस के बीच सहमति बनी है. भारत और रूस ने प्रसार भारती और टीवी नोवोस्ती के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग पर भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.

अब ऑस्ट्रिया पहुंचे PM मोदी

रूस की दो दिवसीय यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अब ऑस्ट्रिया के दौरे पर हैं. वियना में उनका भव्य स्वागत हुआ. PM मोदी ऑस्ट्रिया के राष्‍ट्रपति वैन डेर बेलेन और चांसलर कार्ल नेहमर से मुलाकात करेंगे. साथ ही प्रवासी भारतीयों से भी मिलेंगे.

इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच अहम समझौतों पर मुहर लग सकती है. ये 4 दशक के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का ऑस्ट्रिया दौरा है. PM मोदी से पहले इंदिरा गांधी और उनसे पहले जवाहरलाल नेहरू ऑस्ट्रिया का दौरा कर चुके हैं.

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