इस महीने की शुरुआत में रेटिंग एजेंसी फिच (Fitch Ratings) ने अमेरिका को बड़ा झटका देते हुए उसकी सॉवरेन रेटिंग को AAA से घटाकर AA+ कर दिया था. इतिहास में ये दूसरी बार ये हुआ था, जब अमेरिका की रेटिंग को डाउनग्रेड किया गया. लेकिन, खतरा अभी टला नहीं है, फिच ने अमेरिका के बैंकों को अपने निशाने पर लिया है.
CNBC ने फिच रेटिंग्स के एक एनालिस्ट के हवाले से खबर छापी है कि - फिच ने चेतावनी दी है कि अमेरिका का बैंकिंग सिस्टम एक बड़ी मुश्किल की ओर बढ़ रहा है, और फिच की ओर से दर्जनों बैंकों की रेटिंग को डाउनग्रेड किया जा सकता है. इन बैंकों में जे पी मॉर्गन चेज जैसे बड़े बैंक भी शामिल हैं. इस खबर के बाद बैंकों की सेहत को लेकर निवेशकों में चिंता का माहौल है, यही वजह रही कि मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार में बैंकिंग शेयरों की जमकर पिटाई हुई.
इसके पहले रेटिंग एजेंसी ने जून में बैंकिंग सेक्टर की सेहत को लेकर अपने आंकलन में कटौती की थी, हालांकि इस कदम की ओर किसी का ध्यान नहीं गया, क्योंकि एनालिस्ट क्रिस वोल्फ ने कहा कि क्योंकि इससे बैंकों की रेटिंग को डाउनग्रेड नहीं किया गया था.
CNBC को दिए गए एक इंटरव्यू में वोल्फ ने कहा कि 'लेकिन इंडस्ट्री के स्कोर को AA- से घटाकर A+ करने से फिच को उन सभी 70 बैंकों की रेटिंग्स जिन्हें वो कवर करता है, हर एक की रेटिंग का फिर से मूल्यांकन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
इस खबर का असर ये हुआ कि वॉल स्ट्रीट का बेंचमार्क S&P 500 1.16% गिरकर 4,437.86 पर बंद हुआ. अमेरिका के दिग्गज बैंकों ने बाजार को नीचे को ओर खींच लिया, जे पी मॉर्गन चेज में लगभग 3% की गिरावट रही, बैंक ऑफ अमेरिका में 3.2% की गिरावट रही, मॉर्गन स्टेनली में 1.34% की गिरावट और गोल्डमैन सैक्स ग्रुप में 1.6% की गिरावट देखने को मिली.
पिछले हफ्ते भी मूडीज ने छोटे-मध्यम साइज के 10 बैंकों की रेटिंग को डाउनग्रेड किया था, और संभावित गिरावट के लिए बैंक ऑफ न्यूयॉर्क मेलॉन और यू एस बैंक कॉर्प सहित 6 बड़े बैंकों को समीक्षा के दायरे में रखा था, जिसकी वजह से अमेरिका के बैंकिंग शेयरों पर दबाव देखने को मिला था. फिच की इस नई चेतावनी से अमेरिकी शेयर मार्केट में अब और गिरावट देखने को मिल सकती है.