Trump Tariffs Key Highlights:'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' और 'मेक अमेरिका वेल्दी अगेन' के झंडाबरदार अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दुनिया में ट्रेड वॉर की शुरुआत कर दी है. सांसे थामकर 2 अप्रैल का इंतजार कर रही दुनिया को ये तो पता था कि ट्रैरिफ का झटका लगेगा, लेकिन शायद उनको ये अंदाजा नहीं था कि ट्रंप अपने टैरिफ के भूकंप से पूरी दुनिया की व्यापारिक जमीन ही हिला डालेंगे.
बुधवार की शाम जब अमेरिकी बाजार बंद हो रहे थे, तो अगली सुबह खुलने वाले एशियाई बाजारों की नींद उड़ी हुई थी, क्योंकि ट्रंप टैरिफ का ऐलान करने वाले थे, ट्रंप ने टैरिफ का ऐलान किया और पूरी दुनिया पर ही जैसे टैरिफ लाद दिया. एक-एक कर समझते हैं कि ट्रंप ने टैरिफ को लेकर क्या बड़े ऐलान किए हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को "लिबरेशन डे" पर रोज गार्डन में अपने भाषण के दौरान सभी देशों पर 10% बेसलाइन टैरिफ की घोषणा की. यानी सभी अमेरिकी इंपोर्ट पर 10% टैरिफ लगेगा. शनिवार आधी रात के बाद सभी पर 10% बेसलाइन टैरिफ लागू हो जाएगा. 10% रेट से ऊपर का टैरिफ 9 अप्रैल से लागू होगा.
राष्ट्रपति ट्रंप ने भारतीय इंपोर्ट पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. अमेरिकी इंपोर्ट पर भारत का औसत टैरिफ रेट 12% है, जबकि इससे पहले अमेरिका भारतीय सामानों पर 3% का टैरिफ लगाता था. व्हाइट हाउस ने अपने X हैंडल पर एक रेसिप्रोकल टैरिफ रेट कार्ड भी शेयर किया है. इस लिस्ट में 50 से ज्यादा देश हैं, जिनकी दरें वे अमेरिकी इंपोर्ट पर लगाते हैं और वो दर जो अमेरिका अब उन पर लगाएगा. एक अच्छी बात ये रही है कि इस पॉलिसी फार्मा इंडस्ट्री पर कोई टैरिफ नहीं लगाया गया है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने गाड़ी बनाने वाली विदेशी कंपनियों पर 25% टैरिफ लगाया है. ट्रंप ने इसके पीछे भारत, वियतनाम और थाईलैंड जैसे देशों से हाई टैरिफ का हवाला दिया. बुधवार को जारी घोषणा के मुताबिक, ये टैरिफ ऑटो कम्पोनेंट्स, अनअसेम्बल वाहनों और पूरी तरह से इंपोर्टेड कारों पर लागू होगा. ट्रंप ने कहा, "सालों तक, मेहनती अमेरिकी नागरिकों को किनारे बैठने के लिए मजबूर किया गया, जबकि दूसरे देश अमीर और शक्तिशाली होते गए, और इसका ज्यादातर हिस्सा हमारी कीमत पर हुआ, अब समृद्ध होने की बारी हमारी है'.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि विदेशी वाहन निर्माताओं पर लगाए गए नए टैरिफ पूरी तरह से रेसिप्रोकल नहीं होंगे, उन्होंने साफ किया कि हम उनसे उनकी तुलना में लगभग आधा टैरिफ वसूलेंगे. हालांकि ये पूरी तरह से साफ नहीं है कि इसकी कैलकुलेशन कैसे की गई है.
अमेरिका ने कई ट्रेड पार्टनर्स पर उम्मीद से ज्यादा टैरिफ लगाए हैं, जिनमें कंबोडिया पर 49%, थाईलैंड पर 36% और चीन पर 34% तक की दरें शामिल हैं. यूरोपीय यूनियन पर 20% टैरिफ लगाने का ऐलान किया गया है, जबकि जापान और दक्षिण कोरिया पर 24% और 25% का टैरिफ लगाया गया है. हालांकि इंग्लैंड पर 10% का ही टैरिफ लगाया गया है. इसके अलावा इजरायल पकर 17%, स्विट्जरलैंड पर 31% टैरिफ लगाया गया है और वियतनाम पर 46% टैरिफ लगाया गया है.
कनाडा और मेक्सिको, अमेरिका के दो ट्रेड पार्टनर्स जिन पर पहले से ही 25% टैरिफ लगाया गया था, उन्हें कोई नया अतिरिक्त टैरिफ नहीं देना पड़ेगा. ट्रंप ने डेयरी इंपोर्ट पर कनाडा के प्रतिबंधों का जिक्र करते हुए कहा था कि देश ने डेयरी पर 250-300% टैरिफ लगाया है. ट्रंप ने कनाडा के टैरिफ के बारे में कहा, "हमें ये पसंद नहीं है और यह उचित नहीं है'.