अमेरिका में घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) , चीन से इंपोर्ट होने वाले कई सामानों पर आयात शुल्क बढ़ाने जा रहे हैं. इनमें सेमीकंडक्टर्स, बैटरीज, सोलर सेल और क्रिटिकल मिनरल्स समेत चीन से आने वाले सामानों की एक विस्तृत रेंज शामिल है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, स्टील, एल्युमीनियम और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर टैरिफ बढ़ोतरी के अलावा अमेरिका, पोर्ट क्रेन और मेडिकल प्रोडक्ट्स पर भी शुल्क बढ़ाएगा. व्हाइट हाउस ने कहा कि इन बदलावों से मौजूदा सालाना इंपोर्ट में करीब 18 बिलियन डॉलर का असर पड़ने का अनुमान है.
अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग एक बड़ा मुद्दा साबित होने वाला है. इसी मुद्दे पर मुखर रिपब्लिकन पार्टी के नेता और पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ऐलान कर चुके हैं कि वे सत्ता में आए तो चीन से आयात पर 60% टैरिफ लगाएंगे.
चीन के साथ ट्रेड को लेकर आक्रामक दृष्टिकोण अमेरिकी वोटर्स के बीच लोकप्रिय बना हुआ है. ऐसे में टैरिफ में बढ़ोतरी को लेकर बाइडेन का मौजूदा कदम महत्वपूर्ण है.
रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के समय लगाया गया कोई भी टैरिफ कम नहीं किया जाएगा. बाइडेन उन वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाएंगे, जिन्हें कोविड महामारी के दौरान इंपोर्ट करने के लिए अमेरिका को संघर्ष करना पड़ा था.
हालांकि बाइडेन को सावधानी से संतुलन भी बनाना होगा. कारण कि ज्यादा टैरिफ बढ़ाने से उन कंज्यूमर्स के लिए कीमतें बढ़ने का खतरा है, जो पहले से ही महंगाई झेल रहे हैं. साथ ही इस फैसले से चीन बौखला सकता है और बदले में जवाबी कार्रवाई का विकल्प चुन सकता है.
बाइडेन सरकार की ओर से चीनी इंपोर्ट पर टैरिफ बढ़ोतरी 2024 से 2026 तक कुछ चरणों में प्रभावी होगी. ये ट्रंप के प्रस्तावित 60% फ्लैट टैरिफ की तुलना में ज्यादा टारगेटेड है.
सबसे बड़ी छलांग EVs के लिए है, जहां टैरिफ दर 4 गुना हो गई है, जबकि अन्य सामानों के इंपोर्ट पर शुल्क या तो दोगुना हो गया है या फिर पहली बार लगाया गया है. बाइडेन मंगलवार को व्हाइट हाउस रोज गार्डन में आयोजित एक कार्यक्रम में औपचारिक रूप से इसकी घोषणा करेंगे.