अमेरिका की आर्थिक ग्रोथ (US Economic Growth) पिछली तिमाही में करीब दो साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है. सरकार के शुरुआती आकलन के मुताबिक GDP 1.6% की सालाना दर से बढ़ी है, जो सभी अर्थशास्त्रियों के अनुमान से कम है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अर्थव्यवस्था की मुख्य ग्रोथ इंजन निजी खर्च (Personal Spending) में अनुमान से कम 2.5% की ग्रोथ रही है. बड़े ट्रेड डेफिसिट ने 2022 के बाद ग्रोथ पर सबसे ज्यादा असर डाला है.
ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक एनालिसिस की रिपोर्ट में गुरुवार को दिखा कि महंगाई 3.7% की दर पर बढ़ी है, जो कि उम्मीद से ज्यादा है. आंकड़ों से पता चलता है कि 2024 की शुरुआत में महंगाई घटने के मोमेंटम में बड़ी रुकावट आई है. ऐसे में महंगाई बढ़ने के साथ फेडरल रिजर्व पर दर में कटौती को टालने का दबाव बढ़ सकता है. ब्याज दरें दो दशक की ऊंचाई पर मौजूद हैं.
फिच रेटिंग्स में US इकोनॉमिक रिसर्च के हेड Olu Sonola ने एक नोट में कहा कि इस रिपोर्ट में महंगाई सबसे अहम विषय है. उन्होंने कहा कि अगर ग्रोथ धीरे-धीरे घटती रही, लेकिन महंगाई दोबारा तेजी से बढ़ी तो 2024 में फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीद कम होती जाएगी. इस रिपोर्ट के बाद S&P 500 लुढ़ककर खुला और अमेरिकी बाजारों में तेज गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है.
पहली तिमाही में महंगाई में बढ़ोतरी के पीछे वजह सर्विस सेक्टर की महंगाई में 5.1% का उछाल है, जिसमें हाउसिंग और एनर्जी शामिल नहीं हैं. महंगाई, ग्राहकों के खर्च और इनकम पर मार्च महीने के आंकड़े शुक्रवार को आने हैं.
GDP रिपोर्ट में दिखता है कि सर्विसेज के लिए आउटले 2021 की तीसरी तिमाही के बाद सबसे तेज रफ्तार से बढ़े हैं. इसमें हेल्थकेयर और फाइनेंशियल सर्विसेज ने सबसे ज्यादा योगदान दिया है. एक साल से ज्यादा समय के बाद गुड्स पर खर्च घटा है. रेजिडेंशियल इंवेस्टमेंट करीब 14% की सालाना दर पर बढ़ा है. ये 2020 के आखिर के बाद से सबसे तेज है.