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अमेरिका में ब्‍याज दरें 22 साल की ऊंचाई पर पहुंची, US फेड ने 25 बेसिस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी की, इस साल राहत की उम्‍मीद नहीं!

फेड का ये फैसला एक्सपर्ट के अनुमान के मुताबिक ही रहा. जुलाई पॉलिसी में फेड के सभी सदस्यों ने दरों को बढ़ाने के पक्ष में वोट दिया.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी09:13 AM IST, 27 Jul 2023NDTV Profit हिंदी
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US FED: अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व (US FED) ने जोरदार झटका देते हुए ब्‍याज दरों में 25 बेसिस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है. FOMC की 2 दिन की बैठक के बाद बुधवार को इसका ऐलान किया. इस बढ़ोतरी के साथ ही अमेरिका में ब्‍याज दरें 22 साल की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई है. इससे पहले जनवरी, 2001 में ब्याज दरें सबसे ज्यादा थीं.

हालांकि, फेड का ये फैसला एक्सपर्ट के अनुमान के मुताबिक ही रहा. जुलाई पॉलिसी में फेड के सभी सदस्यों ने दरों को बढ़ाने के पक्ष में वोट दिया. केंद्रीय बैंक महंगाई पर काबू पाने के लिए दरें बढ़ाईं हैं.

अब कितनी हो गई ब्‍याज दरें?

जून में अमेरिकी सेंट्रल बैंक ने अपनी बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था, लेकिन संकेत दिए थे कि आगे और बढ़ोतरी हो सकती है. अमेरिका में अब ब्याज दर 5.25-5.50% की रेंज में आ गई है. बता दें कि मार्च 2022 के बाद से अब तक फेड कुल 11वीं बार दरें बढ़ा चुका है.

क्‍या आगे भी ब्‍याज दर में बढ़ोतरी होगी?

ब्याज दरों को लेकर आगे राहत के आसार नहीं नजर आ रहे हैं. US फेड ने आगे भी दरें बढ़ाने को लेकेर मिले-जुले संकेत दिए हैं. मीटिंग के बाद दिए बयान के लिहाज से आगे भी ब्याज दरें बढ़ना जारी रहेगी. फेड ने ये साफ किया कि दरों पर आगे फैसला आर्थिक स्थिति और आने वाले डेटा पर निर्भर करेगा.

फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल (US FED Chairman Jerome Powell) ने कहा, ये जरूरी नहीं कि अगली पॉलिसी में 'पॉज' या 'स्किप' नहीं करेंगे, ये फैसला आने वाले CPI और दूसरे आर्थिक डेटा पर ही निर्भर करेगा. FOMC की अगली मीटिंग 19-20 सितंबर को होगी.

US फेड चेयरमैन की प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें:

  • FOMC 'डेटा-अनुसार' आगे की बढ़ोतरी पर फैसला लेगा

  • 2% महंगाई का लक्ष्य हासिल करने में अभी समय लगेगा

  • सितंबर की पॉलिसी पर फैसला डेटा आने के बाद करेंगे

  • इस साल ब्याज दरों में कटौती की कोई उम्मीद नहीं है

  • कई सदस्यों को अगले साल दरों में कटौती की उम्मीद है

  • बड़ी छंटनी के बिना 2% महंगाई का लक्ष्य अहम बेस केस

  • 2025 से पहले महंगाई दर का 2% तक आना काफी मुश्किल

  • अमेरिका में आर्थिक मंदी की अब कोई आशंका नहीं दिखती

  • US बैंकिंग सेक्टर में स्थिरता, अब तक बैंकों के मुनाफे मजबूत

  • FOMC अब भी US बैंकिंग सेक्टर पर कड़ी नजर बनाए हुए है

  • मौजूदा GDP आंकड़े मजबूत इकोनॉमी का संकेत दे रहे हैं

ब्याज दरें बढ़ने का असर

ब्याज दरों में एक चौथाई का इजाफा करने के US FED के फैसले के बाद अमेरिकी बाजारों में निचले स्तरों से रिकवरी देखने को मिली, डाओ जोंस 0.50% चढ़ा तो वहीं S&P 500 में 0.12% की तेजी दिखी. दूसरी तरफ, ट्रेजरी यील्ड और डॉलर में गिरावट देखी गई.

जुलाई पॉलिसी के बाद 10 वर्षीय बॉन्ड यील्ड में हल्की गिरावट दर्ज की जा रही है. कुछ एक्सपर्ट्स ये भी मान कर चल रहे हैं क‍ि अगले साल मई, 2024 से दरों में कटौती देखने को मिल सकती है. इसके तहत दरें 1.25% तक घट सकती हैं.

मंदी पर फेड चेयरमैन का बयान

फेड चेयरमैन पॉवेल ने कहा, ब्याज दरों के बढ़ने का पूरा प्रभाव आना अभी बाकी है. महंगाई का दबाव अभी भी बना हुआ है. कोर इनफ्लेशन को नीचे लाना होगा. हालांकि, साल 2025 के पहले महंगाई दर को 2% की रेंज में लाना मुश्किल है. लेकिन हम मंदी की भविष्यवाणी नहीं कर रहे. अमेरिका में आर्थिक मंदी की अब कोई आशंका नहीं दिखती.

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