अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर टैरिफ को लेकर बयान दिया है, जिससे दुनिया भर के निवेशकों के माथे पर बल पड़ना शुरू हो गए हैं. ट्रंप ने कहा है कि वो स्टील और एल्यूमीनियम इंपोर्ट पर 25% का टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं. जिससे उनके व्यापार का दायरा बढ़ेगा और अमेरिका के कुछ टॉप ट्रेड पार्टनर्स के साथ रिश्ते भी बिगड़ सकते हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप रविवार को अपने विमान एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे, तभी उन्होंने कहा कि टैरिफ सभी देशों से इंपोर्ट होने वाले मेटल्स पर लागू होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या मेक्सिको और कनाडा को शामिल किया जाएगा, उन्होंने कहा कि इसमें हर कोई शामिल होगा. हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि ये नया टैरिफ लागू कब से होगा.
राष्ट्रपति ट्रंप ने ये भी कहा कि वो इस सप्ताह अमेरिकी इंपोर्ट पर टैरिफ लगाने वाले देशों पर जवाबी टैरिफ की घोषणा करेंगे. हालांकि उन्होंने इस पर और ज्यादा जानकारी नहीं दी, सिर्फ इतना कहा कि ये घोषणा के बाद "लगभग तुरंत" प्रभाव में आ जाएंगे.
राष्ट्रपति ट्रंप ने इसके पहले कनाडा, मैक्सिको पर लगाए गए टैरिफ को एक महीने के लिए टाल दिया है, इसलिए अब सवाल ये भी है कि वो नए टैरिफ ऐलान को लागू करेंगे या नहीं. क्योंकि ऐसे में ये साफ हो जाएगा कि चीन को छोड़कर किसी भी दूसरे देश पर नया टैरिफ लागू करने का उनका कोई इरादा नहीं है, बल्कि टैरिफ के मुद्दे पर वो सिर्फ अपने ट्रेड पार्टनर्स के साथ दबाव की रणनीति अपना रहे हैं, ताकि वो अमेरिकी सामानों पर टैरिफ कम करें.
अमेरिका अपनी ज्यादातर डिमांड्स को पूरा करने के लिए एल्यूमीनियम के इंपोर्ट पर निर्भर है. जो ज्यादातर कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात और चीन से होता है. स्टील इंपोर्ट खपत का एक छोटा हिस्सा है, लेकिन अमेरिका में नहीं बने विशेष ग्रेड पर निर्भर क्षेत्रों के लिए बेहद जरूरी होता है. जिसमें विंड डेवलपर्स से लेकर ऑयल रिलर्स तक के एनर्जी बिजनेसेज शामिल हैं.
नए टैरिफ लगाने की चर्चा ने दुनिया भर के बाजारों में एक बार फिर से पैनिक फैला दिया है. कंसल्टेंसी होराइजन इनसाइट्स के एनालिस्ट मेंगटियन जियांग ने कहा, 'बाजार को कीमतों में कमजोरी को समझने में 2-3 दिन लग सकते हैं, हालांकि, अमेरिका को स्टील इंपोर्ट चीन के कुल एक्सपोर्ट का केवल 1% से भी कम है.
कनाडा, मैक्सिको, ब्राजील और दक्षिण कोरिया अमेरिका के टॉप स्टील सप्लायर्स हैं. ट्रंप ने ये भी साफ नहीं किया है कि चीन से मेटल के आयात पर डबल टैरिफ का सामना करना पड़ेगा या नहीं, क्योंकि उन्होंने पहले ही चीनी सामानों पर 10% टैरिफ लगा दिया है. बीजिंग ने भी जवाबी कार्रवाई की घोषणा की है जो सोमवार से प्रभावी है. इनका दायरा ज्यादा बेहतर तरीके से तय गया था, जिसमें 2024 में सिर्फ 14 बिलियन डॉलर मूल्य के अमेरिका से इंपोर्टेड सामानों को ही टारगेट किया गया था.