अक्षय तृतीया आते ही सर्राफा बाजार की रौनक आंखों के सामने तैरने लगती है. यही वो दिन है जब दुकानों पर भीड़ उमड़ती है, लोग शुभ घड़ी में सोना खरीदकर अपने जीवन को 'चमकदार' बनाने की कोशिश करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी जल्दबाजी में कई लोग धोखा खा जाते हैं?
इस साल अक्षय तृतीया बुधवार, 30 अप्रैल 2025 को है और अगर आप भी सोने की खरीदारी का प्लान बना रहे हैं, तो ठहरिए… पहले ये जरूरी बातें जान लीजिए.
अक्षय तृतीया और धनतेरस– ये दो दिन सोने की खरीदारी के लिए सबसे अहम माने जाते हैं. इन दो दिनों में जितना सोना बिकता है, उतना पूरे महीने में भी नहीं बिकता. लेकिन भीड़ और शुभ मुहूर्त के चक्कर में ग्राहक अक्सर कुछ गलतियां कर बैठते हैं.
एक बड़ी गलती है कि लोग हॉलमार्क की जांच नहीं करते. एक्सपर्ट इसको लेकर चेतावनी देते हैं. 'शुद्धता की पहचान हॉलमार्क से होती है. बिना हॉलमार्क के सोना खरीदना मतलब आंख मूंदकर निवेश करना.'
एक्सपर्ट ये भी समझाते हैं कि 24 कैरट सोना पूरी तरह शुद्ध होता है, लेकिन उससे गहने नहीं बनते. गहनों के लिए 22 या 18 कैरट सोने का इस्तेमाल होता है, जिसकी कीमतें अलग-अलग होती हैं. कीमतों का मिलान कर लेना जरूरी होता है.
सोना या गहना लेते समय पक्का बिल लेना बड़ी समझदारी की बात है. ज्वेलर से लिखित बिल में शुद्धता, कैरेट और नग की जानकारी जरूर शामिल करवाएं. कुछ पैसे बचाने के चक्कर में कच्चा बिल लेना बेवकूफी मानी जाती है.
गहने का सर्टिफिकेट मिल जाए तो बहुत अच्छी बात. अगर आप नग वाला आभूषण खरीद रहे हैं तो नग की रत्ती, उसका प्रकार और शुद्धता भी जान लें. सर्टिफिकेट लेना न भूलें.'
तो इस अक्षय तृतीया पर सोना जरूर खरीदिए, लेकिन सोच-समझकर. आखिर, ये सिर्फ सोने की नहीं, आपके विश्वास की भी चमक का सवाल है!