इंडेक्स फंड्स और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) को निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रियता मिल रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह है इनकी कम लागत और छोटी रकम के निवेश में भी डायवर्सिफिकेशन का लाभ.
ये फंड्स उन निवेशकों के लिए सबसे बेहतर हैं जो लंबी अवधि में बाजार आधारित रिटर्न कमाना चाहते हैं और अलग-अलग शेयरों में निवेश के लिए जरूरी डिटेल रिसर्च नहीं कर सकते.
ETF और इंडेक्स फंड्स कम लागत पर डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो का फायदा देते हैं, जिससे जोखिम कम हो जाता है. चूंकि ये फंड्स निफ्टी (Nifty 50), सेंसेक्स (Sensex) या ऐसे ही अन्य इंडेक्स को ट्रैक करते हैं, तो निवेशकों को बाजार के प्रदर्शन के अनुसार रिटर्न मिलता है, जो लंबी अवधि में अच्छा खासा मुनाफा दे सकता है.
पिछले 5 साल का रिटर्न
मोतीलाल ओसवाल निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स फंड: 31.36%
मोतीलाल ओसवाल निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स फंड: 30.82%
DSP निफ्टी 50 इक्वल वेट इंडेक्स फंड: 23.78%
UTI निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड: 23.33%
DSP निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड: 23.24%
ICICI प्रूडेंशियल निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड: 23.11%
LIC MF निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड: 23.05%
सुंदरम निफ्टी 100 इक्वल वेट फंड: 22.79%
मोतीलाल ओसवाल निफ्टी 500 इंडेक्स फंड: 21.72%
बंधन निफ्टी 50 इंडेक्स फंड: 19.05%
लंबी अवधि में भी ETF और इंडेक्स फंड्स ने अच्छे रिटर्न दिए है. पिछले 10 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले टॉप 10 इंडेक्स फंड्स और ETF के आंकड़े इसका सबूत हैं. सभी आंकड़े डायरेक्ट प्लान के हैं:
पिछले 10 साल का रिटर्न
ICICI प्रूडेंशियल निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड: 16.93%
LIC MF निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड: 16.85%
क्वांटम निफ्टी 50 ETF: 13.77%
बंधन निफ्टी 50 इंडेक्स फंड: 13.72%
UTI निफ्टी 50 इंडेक्स फंड: 13.67%
HDFC इंडेक्स फंड निफ्टी 50 प्लान: 13.63%
ICICI प्रूडेंशियल निफ्टी 50 इंडेक्स फंड: 13.53%
टाटा निफ्टी 50 इंडेक्स फंड: 13.53%
HDFC इंडेक्स फंड - बीएसई सेंसेक्स प्लान: 13.47%
निप्पॉन इंडिया इंडेक्स निफ्टी 50: 13.47%
(Source : AMFI)
1. कम लागत:
ETF और इंडेक्स फंड्स का सबसे बड़ा लाभ इनका कम एक्सपेंस रेश्यो है. चूंकि इन फंड्स को सक्रिय रूप से मैनेज नहीं किया जाता, इसलिए इनकी लागत एक्टिव फंड्स की तुलना में बहुत कम होती है.
2. बाजार के अनुसार रिटर्न:
ये फंड्स बाजार के प्रदर्शन के अनुसार काम करते हैं, जिससे निवेशकों को पूरे मार्केट की ग्रोथ का लाभ मिलता है. यही वजह है कि इसे निवेशकों के लिए एक संतुलित और भरोसेमंद इन्वेस्टमेंट ऑप्शन माना जाता है.
3. लंबी अवधि के लिए बेहतर:
चूंकि इन फंड्स का उद्देश्य बाजार की लंबी अवधि की वृद्धि को कैप्चर करना है, इसलिए ये निवेशकों को लॉन्ग-टर्म कंपाउंडिंग का लाभ देते हैं.
ETF और इंडेक्स फंड्स में निवेश करते समय कुछ खास बातों को ध्यान में रखना जरूरी है:
लॉन्ग-टर्म स्ट्रैटेजी: चूंकि ये फंड्स बाजार की लंबी अवधि की ग्रोथ पर आधारित होते हैं, निवेशकों को निवेश के लिए लॉन्ग-टर्म रणनीति अपनानी चाहिए.
मिनिमम ट्रैकिंग एरर: इंडेक्स फंड्स में ट्रैकिंग एरर कम होना चाहिए, ताकि फंड का प्रदर्शन उसके बेंचमार्क इंडेक्स के ज्यादा से ज्यादा करीब हो.
एक्सपेंस रेश्यो: कम एक्सपेंस रेशियो वाले फंड्स में निवेश करना निवेशकों के लिए अधिक फायदेमंद हो सकता है.
ETF और इंडेक्स फंड्स आम निवेशकों के लिए एक सटीक विकल्प हैं. ये न केवल कम लागत पर बाजार के पूरे प्रदर्शन को कैप्चर करने का मौका देते हैं, बल्कि इनमें लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर बेहतर रिटर्न भी मिलता है.
हालांकि निवेश का फैसला करने से पहले ये बात ध्यान में रखनी चाहिए कि म्यूचुअल फंड के पिछले रिटर्न को भविष्य में भी वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. इसके अलावा इक्विटी में इन्वेस्ट करने के कारण इंडेक्स फंड और ETF के साथ मार्केट रिस्क जुड़ा रहता है. इसलिए इनवेस्टमेंट से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को जरूर ध्यान में रखें.