बुधवार को दिल्ली में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के 165वें स्थापना दिवस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. जिसमें उन्होंने कहा कि हम टैक्स को आसान बनाने, टैक्सपेयर्स की सेवाओं में सुधार करने और मुकदमेबाजी कम करने पर तेजी से काम कर रहे हैं.
साथ ही वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि टैक्सपेयर्स को भेजे जाने वाले नोटिस को भी आसान भाषा में लिखा जाए. टैक्स अधिकारी नोटिस में आसान शब्दों का इस्तेमाल करें. टैक्स नोटिस की भाषा ऐसी हो जिससे टैक्सपेयर्स के मन में डर पैदा नहीं होना चाहिए. वित्त मंत्री ने टैक्स अधिकारियों से कहा कि वो भी कानून में दी गई शक्तियों का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करें.
165वें स्थापना दिवस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा ‘बजट 2024-25 में ये साफ है कि सरकार के 4 मुख्य लक्ष्य हैं जिसमें टैक्स को आसान बनाना, टैक्सपेयर्स की सेवाओं में सुधार करना, टैक्स की अनिश्चितता खत्म करना और मुकदमेबाजी कम करना शामिल हैं. इन चारों चीजों पर मैं देख पा रही हूं कि काफी काम हो रहा है’.
साथ ही उन्होंने बताया कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) की एक कमेटी टैक्स एक्ट के टैक्स कोड को आसान और समझ आने वाली भाषा में लिखने पर काम कर रही है.
वित्त मंत्री ने नई टैक्स रिजीम पर बात करते हुए बताया कि इस साल नए टैक्सपेयर्स की गिनती बढ़ी है. इस साल पहली बार टैक्स भरने वाले लगभग 58.6 लाख टैक्सपेयर्स जुड़े हैं. जिससे आने वाले सालों में टैक्स कलेक्शन बढ़ने का अनुमान है.
साथ ही वित्त मंत्री ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) से ये भी कहा कि वे इस बात का आंकलन करे कि दुनियाभर में टैक्सेशन को कैसे संभाला जा रहा है और भारत को उससे क्या सीख लेनी चाहिए.
टैक्स रिफंड्स को तेज बनाने के साथ वित्त मंत्री ने बैकलॉग को खत्म करने के लिए ज्यादा अफसरों की तैनाती पर भी जोर दिया और टैक्स अधिकारियों से कहा कि वें पूरी ईमानदारी, पारदर्शी और दोस्ताना तरीके से टैक्स का कलेक्शन करें.