इनकम टैक्स रिटर्न फाइल (Income Tax Return Filing) करने के लिए सिर्फ एक दिन बचा है, 31 जुलाई ITR फाइल करने की आखिरी तारीख है, लेकिन अब भी बड़ी संख्या में लोग हैं जिन्होंने अपना ITR फाइल नहीं किया है.
इसीलिए ऑल इंडिया टैक्स प्रैक्टिशनर्स (AIFTP) ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) से असेसमेंट ईयर 2024-25 के लिए ITR दाखिल करने की समयसीमा को 1 महीना आगे बढ़ाने की मांग की है. हालांकि इनकम टैक्स विभाग की ओर से ITR को बढ़ाने को लेकर अभी ऐसी कोई सूचना नहीं आई है.
CBDT को सौंपे गए मेमोरेंडम में AIFTP के प्रेसिडेंट नारायण जैन और डायरेक्ट टैक्स रीप्रेजेंटेशन कमिटी के चेयरपर्सन एस एम सुराणा ने कई राज्यों में आई बाढ़ का जिक्र किया और कहा कि इसने ITR फाइलिंग प्रक्रिया में रुकावट आई है, लोग अपना रिटर्न दाखिल करने की स्थिति में नहीं हैं.
मेमोरेंडम में लिखा गया है कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड के कारण हालात और खराब हो गए हैं, इस वजह से समयसीमा के अंदर ITR दाखिल करना मुश्किल हो गया है.
इसमें ई-फायलिंग के दौरान इनकम टैक्स की वेबसाइट और उससे जुड़े सॉफ्टवेयर के मुद्दों का भी हवाला दिया गया है, जो टैक्सपेयर्स और टैक्स प्रैक्टिशनर्स की परेशानी की वजह है.
ई-फाइलिंग पोर्टल पर आ रही दिक्कतों के चलते जरूरी फार्म्स को डाउनलोड और वेरिफाई करने में मुश्किलें आ रही हैं, जिससे ITR फाइलिंग में दिक्कत हो रही है, बैंकों में ये पूरी प्रक्रिया होने और चालान हासिल करने में बहुत समय लग रहा है. जिससे टैक्सपेयर्स पर बोझ बढ़ गया है.
AIFTP ने CBDT से इन सभी परेशानियों से जूझने वाले टैक्सपेयर्स और प्रैक्टिशनर्स की समस्याओं को कम करने के लिए उपाय के तौर पर फाइलिंग की सीमा को बढ़ाने के लिए विचार करने की गुजारिश की है. जिससे उन सभी को ITR फाइल करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके.
27 जुलाई को आयकर विभाग को ई-फाइलिंग पोर्टल पर आ रही दिक्कतों की शिकायत मिली थी. जिस पर आयकर विभाग के चेयरमैन ने कहा था कि, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर से बातचीत कर रहे हैं और इस मामले को सुलझाने के लिए वो कई IT कंपनियों से संपर्क में हैं.
इस साल ITR भरने वालों की संख्या में रिकॉर्डतोड़ इजाफा हुआ. आयकर विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 26 जुलाई तक 5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने टैक्स रिटर्न फाइल किया है. जबकि पिछले स साल 27 जुलाई तक इतने रिटर्न फाइल किए गए थे.