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जितनी चलाओ, उतना प्रीमियम! ये पॉलिसी आपकी जेब से ऑटो इंश्योरेंस का बोझ कम कर सकती है

ट्रेडिशनल कार इंश्योरेंस में एक फिक्स प्रीमियम लिया जाता है जो व्हीकल की उम्र पर निर्भर करता है जिसे इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) कहा जाता है. जिसमें नई कार का प्रीमियम ज्यादा होगा और समय के साथ प्रीमियम घटता जाएगा.
NDTV Profit हिंदीअर्णव पंड्या
NDTV Profit हिंदी05:55 PM IST, 22 Sep 2024NDTV Profit हिंदी
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एक गाड़ी खरीदते समय जिन अन्य खर्चों पर आपका ध्यान जाता है, उनमें इंश्योरेंस प्रीमियम एक जरूरी खर्च है जो एक कस्टमर को देना पड़ता है. मोटर इंश्योरेंस कवर, वाहनों के आम इस्तेमाल से जुड़ी डिटेल्स का एक जरूरी हिस्सा है.

ये लागत काफी ज्यादा हो सकती है और क्योंकि इंश्योरेंस करवाना कानूनी रूप से अनिवार्य भी है. एक कार का इंश्योरेंस लेते समय आम तरीका है कि आप एक स्टैंडर्ड पॉलिसी खरीदें जिसमें प्रीमियम व्हीकल के दाम पर आधारित होता है.

लेकिन आपको कुछ नए तरीके के इंश्योरेंस कवर पर भी ध्यान देना चाहिए. जिसमें पे ऐज यू ड्राइव (Pay as you Drive) इंश्योरेंस पॉलिसी एक आकर्षक ऑफर साबित हो सकता है. जिसमें अगर आप कम ड्राइव करते हैं तो आपका इंश्योरेंस प्रीमियम भी कम होगा और आपकी बचत होगी.

परंपरागत कार इंश्योरेंस

ट्रेडिशनल कार इंश्योरेंस में एक फिक्स प्रीमियम लिया जाता है जो व्हीकल की उम्र पर निर्भर करता है जिसे इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) कहा जाता है. जिसमें नई कार का प्रीमियम ज्यादा होगा और समय के साथ प्रीमियम घटता जाएगा. साथ ही एक फैक्टर क्लेम का भी सामने आता है, जिसमें अगर क्लेम नहीं किया गया है तो 'नो क्लेम बेनिफिट' मिलता है, जिसका इस्तेमाल पॉलिसी में किया जा सकता है.  

'Pay as you drive' इंश्योरेंस पॉलिसी

ये एक नए तरीके का फीचर है, जिसे इंश्योरेंस कंपनियां हाल के कुछ ही सालों में लाई हैं. जिसमें कार ने कितनी दूरी तय की है, ये ध्यान में रखा जाता है. यानी कार का इंश्योरेंस प्रीमियम उसके इस्तेमाल पर निर्भर करता है. जिसमें ये माना जाता है कि अगर एक वाहन ने कम दूरी तय की है या कार का इस्तेमाल कम हुआ है, तो उसके साथ दुर्घटना होने की संभावना भी कम है. यानी क्लेम का चांस भी ऐसे वाहन में कम होगा. इस पॉलिसी में प्रीमियम कार के एक साल में डिस्टेंस कवर पर आधारित होता है. जिसमें अगर कार कम डिस्टेंस कवर करती है तो कस्टमर को प्रीमियम भी कम देना पड़ेगा.

फीचर्स क्या है?

इस तरह के इंश्योरेंस को 'यूसेज बेस्ड इंश्योरेंस' भी कहा जाता है. जिसमें फाइनल प्रीमियम एसेट्स के इस्तेमाल पर आधारित होता है. इसमें कुछ प्रीमियम देना होता है और साल के आखिर में कार का डिस्टेंस कवर डेटा देकर डिस्काउंट लिया जा सकता है. साथ ही इस पॉलिसी में कई बार कंपनियां इंश्योरेंस के रिन्यू के लिए भी डिस्काउंट्स देती हैं जो कि एक अतिरिक्त लाभ बन जाता है. आम तौर पर कई डिस्काउंट स्लैब होते हैं जहां यात्रा की दूरी कम होने पर छूट का प्रतिशत बढ़ जाता है.

कुछ एक्स्ट्रा फायदे भी हैं

'पे एज यू ड्राइव' पॉलिसी लेने से कई दूसरे बेनिफिट्स का मिलना बंद नहीं होता है, जो आम तौर पर कार बीमा पॉलिसी के साथ मिलते हैं, इसलिए कार मालिक को इस मोर्चे पर नुकसान नहीं होता है. सामान्य लाभों में से एक नो क्लेम बोनस है और ये ऐसी पॉलिसीज के तहत भी उपलब्ध रहता है, इसलिए क्लेम नहीं करने से प्रीमियम और कम हो जाएगा.

इसके अलावा, जीरो डेप पॉलिसी और असिस्टेंस जैसी अतिरिक्त और सामान्य पॉलिसी के साथ उपलब्ध अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी, ताकि इनका इस्तेमाल किया जा सके और पॉलिसी को हिसाब से बदलाव जा सके. ऐसी पॉलिसीज के लिए बहुत ज्यादा डिस्क्लोजर और कोशिश नहीं करना पड़ती है क्योंकि केवल साल की शुरुआत और अंत में कार के किलोमीटर की जानकारी देनी होती है.

लेखक: अर्णव पंड्या, फाउंडर, Moneyeduschool

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