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म्यूचुअल फंड SIP vs PPF: 15 साल में सालाना 1.5 लाख रुपये निवेश करने पर कहां ज्यादा फायदा, देखें तुलना

इनमें से किसी भी विकल्प को चुनना आपके फाइनेंशिल गोल, निवेश की अवधि और जोखिम पर निर्भर होना चाहिए.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी02:53 PM IST, 17 May 2025NDTV Profit हिंदी
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Mutual Fund SIP vs PPF: म्यूचुअल फंड और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) लंबी अवधि के निवेश (Investment) की तलाश करने वाले निवेशकों के लिए दो लोकप्रिय विकल्प हैं. जहां म्यूचुअल फंड बाजार से जुड़े रिटर्न की पेशकश के लिए जाने जाते हैं, PPF योजना सुरक्षित रिटर्न (Return) की तलाश करने वाले निवेशकों के लिए एक उपयुक्त विकल्प बन गई है. इनमें से किसी भी विकल्प को चुनना आपके फाइनेंशिल गोल, निवेश की अवधि और जोखिम पर निर्भर होना चाहिए.

हालांकि दोनों योजनाएं स्ट्रक्चर, रिटर्न, टैक्सेशन फीचर्स और निवेश की अवधि के मामले में अलग-अलग हैं. लेकिन वो लंबी अवधि में पैसा इकट्ठा करने के लिए महत्वपूर्ण निवेश के माध्यम हैं.

PPF vs म्यूचुअल फंड SIPs: फीचर्स

PPF एक सरकार की ओर से समर्थित योजना है जो स्थिर रिटर्न देने के लिए जानी जाती है. दूसरी ओर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (SIPs) ऊंचे रिटर्न दे सकती हैं लेकिन वो बाजार की अस्थिरता के मुताबिक है. PPF के मामले में डिफॉल्ट 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है. दूसरी ओर छोटी अवधि में अस्थिरता से जुड़े जोखिम निवेशकों को म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय लंबे समय तक निवेश रखने के लिए जोर देते हैं.

म्यूचुअल फंड के मामले में SIP निवेश का एक आसान तरीका है. इनमें फिक्स्ड डिपॉजिट या छोटी बचत योजनाओं जैसे पारंपरिक निवेशों की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना है. म्यूचुअल फंड SIP निवेशकों को सीधे बाजार में आए बिना अलग-अलग डेट और इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स में अपना पैसा लगाने की इजाजत देता है.

हालांकि ये ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि PPF पूरी तरह से टैक्स फ्री जरिया है. जबकि म्यूचुअल फंड टैक्सेबल हैं. क्योंकि इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के मुताबिक लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स लगाया जा सकता है.

PPF इन्वेस्टमेंट्स सेक्शन 80C के तहत टैक्स डिडक्शन के लिए योग्य है, जो इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है.

किसी भी वित्त वर्ष में PPF स्कीम के तहत 500 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है. मौजूदा समय में इसका रिटर्न सालाना 7.1% कंपाउंडडेड है. दूसरी ओर म्यूचुअल फंड में निवेश की कोई सीमा नहीं है और बाजार की स्थितियों के आधार पर रिटर्न अलग-अलग हो सकता है.

यहां देखें कैलकुलेशन

मान लीजिए कि कोई व्यक्ति 15 साल के लिए सालाना 1.5 लाख रुपये निवेश करना चाहता है तो आइए देखें कि इन दोनों योजनाओं में से कौन-सी योजना अधिक रिटर्न दे सकती है:

PPF कैलकुलेशन

  • टेन्योर: 15 साल

  • राशि: 1.5 लाख रुपये/ महीना

  • रिटर्न: 7.1%/ साल

  • निवेश की राशि: 22.5 लाख रुपये

  • कमाया गया ब्याज: 16.95 लाख रुपये

  • अंतिम राशि: 39.45 लाख रुपये

म्यूचुअल फंड

  • टेन्योर: 15 साल

  • राशि: 1.5 लाख रुपये

  • रिटर्न: 12%/ साल (अनुमान)

  • निवेश की राशि: 22.5 लाख रुपये

  • कमाया गया ब्याज: 36.99 लाख रुपये

  • अंतिम राशि: 59.49 लाख रुपये

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