इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने अपने IPO से निवेशकों को मालामाल कर दिया है. कंपनी ने इस इश्यू से 6,140 करोड़ रुपये जुटाए हैं. 9 अगस्त को लिस्टिंग बाद से ये शेयर लगातार तेजी में है. 19 अगस्त तक इश्यू प्राइस से इसका बाजार भाव दोगुना हो गया है.
म्यूचुअल फंड्स ओला के IPO में सबसे बड़े निवेशकों में से एक थे. शेयरों में कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स की बड़ी हिस्सेदारी खरीदी थी.
EV निर्माता की एंकर बुक में कुल 10 म्यूचुअल फंड्स ने हिस्सा लिया था जिनमें से SBI, निप्पॉन, HDFC AMC और सुंदरम जैसे फंड हाउसों ने ओला के शेयरों में होल्डिंग से सबसे ज्यादा मुनाफा कमाया. सभी स्कीम्स के होल्डिंग वैल्यू में 93.4% की बढ़ोतरी हुई है.
इनमें SBI म्यूचुअल फंड सबसे बड़े निवेशकों में से एक था. 165 करोड़ के शेयर रखने वाले SBI कॉन्ट्रा फंड के मूल्य में 8 अगस्त को 155 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है.
एंकर बुक के अनुसार निप्पॉन इंडिया मल्टीकैप 115 करोड़ के शेयरों के साथ दूसरे नंबर पर है. 19 अगस्त के क्लोजिंग प्राइस के अनुसार, होल्डिंग वैल्यू में 108 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज हुई है.
HDFC हाइब्रिड इक्विटी और HDFC मल्टीकैप फंड दोनों की 99 करोड़ के शेयरों की होल्डिंग है और 8 अगस्त से इनमें 93 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी देखी गई है.
निप्पॉन इंडिया के पास 72 करोड़ के शेयर हैं और इनमें 67 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है.
पोर्टफोलियो में ओला को रखने वाली स्कीम्स में सुंदरम मिडकैप फंड, फ्रैंकलिन इंडिया इक्विटी एडवांटेज फंड, SBI फ्लेक्सी कैप और SBI ऑटोमोटिव अपॉर्चुनिटी फंड शामिल हैं.
NSE के मुताबिक, SBI म्यूचुअल फंड स्कीम्स ने अपनी सभी होल्डिंग्स को SBI मैग्नम मिडकैप फंड में ट्रांसफर कर दिया है. इस स्कीम में ओला की हिस्सेदारी 1.79% है. डिस्क्लोजर के मुताबिक SBI मैग्नम मिडकैप फंड के पास लिस्टिंग के दिन 7.8 करोड़ इक्विटी शेयर थे, 19 अगस्त की क्लोजिंग प्राइस के हिसाब से इस होल्डिंग की कीमत 1,159 करोड़ रुपये है. SBI म्यूचुअल फंड ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.