अप्रैल की शुरुआत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट को 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 6% कर दिया. इस फैसले ने होम लोन लेने वालों के लिए राहत की खबर लाई है. देश की प्रमुख सरकारी और निजी बैंकों ने ब्याज दरों कम कर दिए हैं जिससे आपको होम लोन की EMI सस्ती हो जाएगी.
9 अप्रैल को RBI की MPC (Monetary Policy Committee) ने रेपो रेट कम किया, क्योंकि रिटेल महंगाई के लिए जो 4% का जो लक्ष्य रखा गया था, उसके अंदर है और उम्मीद है कि मार्च महीने की महंगाई भी इसी के आस-पास रहेगी. रेपो रेट वह दर है, जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है.
रेपो रेट केंद्रीय बैंक का एक अहम हथियार है, जिससे महंगाई को नियंत्रित किया जाता है. रेपो रेट बढ़ने से कर्ज महंगा होता है, जिससे डिमांड और पैसे की सप्लाई कम होती है.
ज्यादातर भारतीय बैंक अपनी लेंडिंग रेट को रेपो रेट के साथ घटाते-बढ़ाते हैं. इसलिए रेपो रेट कम होने से फ्लोटिंग रेट वाले लोन की ब्याज दरें तुरंत कम हो जाती हैं. इससे होम लोन और बाकी रिटेल लोन की EMI घट जाती है. बैंक हर रेपो रेट के बदलाव के साथ अपनी ब्याज दरें अपडेट करते हैं.
RBI के रेपो रेट कम करने के बाद देश प्रमुख बैंकों ने होम लोन की ब्याज दरों में बदलाव किए, जो इस तरह हैं-
SBI: देश का सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने ब्याज दरों में 0.25% तक की कटौती की. 15 अप्रैल से SBI के होम लोन अब 8.25% प्रति वर्ष की ब्याज दर से शुरू होंगे, जो पहले 8.5% थी.
HDFC बैंक: सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है HDFC बैंक. HDFC जो होम लोन दे रहा है उसकी शुरुआती ब्याज दर है 8.7%. बैंक की वेबसाइट के अनुसार, होम लोन की ब्याज दरें 8.7% से 9.55% के बीच हैं.
ICICI बैंक: ये बैंक 800 या उससे ज्यादा CIBIL स्कोर वाले सैलरीड और सेल्फ-एंप्लॉयड प्रोफेशनल्स को 9% की शुरुआती ब्याज दर पर होम लोन दे रहा है.
PNB: दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक है PNB. इसने अपनी रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट को 8.9% से घटाकर 8.65% कर दिया. 825 या उससे ज्यादा क्रेडिट स्कोर वाले सैलरीड और नॉन-सैलरीड लोगों को अब 8.5% से 9.3% के बीच ब्याज दर पर होम लोन मिलेगा.
इंडियन बैंक: इस बैंक में सामान्य ग्राहकों के लिए होम लोन की ब्याज दर 8.95% से 9.15% के बीच है.
बैंक ऑफ इंडिया: इसने अपनी ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कमी की. हाई क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहक अब 7.9% प्रति वर्ष की दर पर होम लोन ले सकते हैं.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र: इस बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, ये बैंक 7.85% प्रति वर्ष की ब्याज दर पर होम लोन दे रहा है.
एक्सिस बैंक: ये बैंक 751 या उससे ज्यादा CIBIL स्कोर वाले सैलरीड लोगों को 8.75% प्रति वर्ष की ब्याज दर पर होम लोन दे रहा है, जबकि सेल्फ-एंप्लॉयड प्रोफेशनल्स के लिए ये दर 9.1% से शुरू होती है.
RBI की रेपो रेट कटौती और बैंकों की ओर से ब्याज दरों में कमी का सीधा असर कस्टमर की जेब पर पड़ेगा. अगर आपके पास फ्लोटिंग रेट वाला होम लोन है, तो अगले रीसेट पीरियड में आपकी EMI कम हो सकती है.
नए होम लोन लेने वालों के लिए भी ये सही समय है, क्योंकि कम ब्याज दरें कर्ज को और सस्ता बनाती हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपकी EMI कम होती है, तो इसे खर्च करने के बजाय लोन जल्दी चुकाने या निवेश में इस्तेमाल करना बेहतर होगा.
अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरें और शर्तें अलग हो सकती हैं. आपका CIBIL स्कोर, आय, और लोन की अवधि भी ब्याज दर को प्रभावित करती है. इसलिए, होम लोन लेने से पहले इन बैंकों की वेबसाइट पर "इंटरेस्ट रेट्स" सेक्शन चेक करें. ध्यान रखें कि ब्याज दरें बिना सूचना के बदल सकती हैं, और ये दरें एक निश्चित तारीख तक की हैं.
डिस्क्लेमर: लेटेस्ट ब्याज दरों के लिए बैंकों की आधिकारिक वेबसाइट चेक करें. ब्याज दरें बिना नोटिस के बदल सकती हैं.