ऊंची ब्याज दरों का दौर होम लोन (Home Loan) की EMI भरने वालों के लिए किसी बुरे सपने जैसा है. हर महीने अपनी आमदनी का बड़ा हिस्सा घर खरीदने या बनाने के मकसद से लिये गए कर्ज की किस्तें चुकाने में चला जाता है. फिर भी बहुत से लोगों के लिए होम लोन का बकाया प्रिंसिपल अमाउंट यानी मूल धन घटने का नाम नहीं लेता.
कई लोगों के मामले में तो ब्याज दरें बढ़ने की वजह से होम लोन की कुल बकाया किस्तों की संख्या घटने की जगह बढ़ भी गई है. ऐसे में कई बार यह समझना मुश्किल हो जाता है कि होम लोन आखिर खत्म कब होगा? कर्ज के भारी बोझ से परेशान ऐसे लोगों के लिए कई प्रमुख बैंकों की तरफ से ऑफर किए जा रहे 'होम लोन इंटरेस्ट सेवर अकाउंट' राहत देने वाले साबित हो सकते हैं.
होम लोन पर आपकी ब्याज की देनदारी कम करने वाले ऐसे विशेष होम लोन प्रोडक्ट्स को अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, लेकिन उनकी खूबियां कमोबेश एक जैसी ही होती हैं. कुछ प्रमुख बैंकों के ऐसे विशेष खातों के नामों की जानकारी हम आपको आगे देंगे, लेकिन सुविधा के लिए फिलहाल ऐसे सभी प्रोडक्ट्स को हम ‘होम लोन इंटरेस्ट सेवर अकाउंट’ ही कह रहे हैं.
होम लोन इंटरेस्ट सेवर एकाउंट्स दरअसल ऐसे प्रोडक्ट हैं, जिनके तहत आपके होम लोन के खाते के साथ ही एक और अकाउंट को जोड़ दिया जाता है. इस अकाउंट में आप मिनिमम थ्रेशहोल्ड से ऊपर जो भी रकम जमा रखते हैं, उसे उतने समय के लिए आपके होम लोन के बकाया प्रिंसिपल अमाउंट से घटा दिया जाता है. यानी आपको उतनी रकम पर ब्याज नहीं देना पड़ता.
होम लोन इंटरेस्ट सेवर अकाउंट्स के तहत आपके होम लोन अकाउंट से जुड़े खाते को आम तौर पर बैंक करंट अकाउंट के तौर पर लेते हैं. यानी उसमें रखे पैसों पर आपके बैंक खाते में कोई ब्याज जमा नहीं होता. लेकिन चूंकि डिपॉजिट की अवधि के दौरान उतनी रकम को आपके होम लोन प्रिंसिपल अमाउंट से कम कर दिया जाता है, लिहाजा उस पर आपको व्यावहारिक तौर पर होम लोन के इंटरेस्ट रेट के बराबर रिटर्न मिलता है.
इससे आपके लोन पर ब्याज की प्रभावी दर और टेन्योर में कमी आ जाती है यानी आपकी ईएमआई चुकाने की अवधि घट जाती है. इसका पूरा फायदा उठाने के लिए आप अपने पास मौजूद किसी भी अतिरिक्त रकम को इस खाते में जमा करके अपनी ब्याज देनदारी को कम कर सकते हैं. जितने दिनों तक वह अतिरिक्त रकम उस खाते में जमा रहेगी, उतने दिनों के लिए आपके होम लोन इंटरेस्ट कैलकुलेशन में वह राशि लोन की मूल रकम से घटा दी जाएगी.
इसका एक और बड़ा फायदा ये है कि होम लोन से जुड़े करंट अकाउंट में रखी रकम को आप जरूरत पड़ने पर निकाल भी सकते हैं. जबकि वही, रकम अगर आप होम लोन के आंशिक प्रीपेमेंट के तौर पर अदा कर देते तो आप उसे फिर जरूरत पड़ने पर भी वापस नहीं ले सकते.
आमतौर बैंक आपके होम लोन के ब्याज का कैलकुलेशन करने के लिए होम लोन की कुल बकाया रकम में से दैनिक आधार पर उस रकम को घटा देते हैं, जो आपके इंटरेस्ट सेवर अकाउंट में जमा है. उदाहरण के लिए, अगर आपके होम लोन की कुल बकाया रकम 50 लाख रुपये है और आपके इंटरेस्ट सेवर अकाउंट में 2 लाख रुपये मौजूद हैं, तो जब तक यह रकम खाते में रखी है, आपको 50 लाख की जगह 48 लाख रुपये पर ही ब्याज देना होगा. ऐसे प्रोडक्ट्स में बैंक आमतौर पर ईएमआई में बदलाव करने की जगह लोन के टेन्योर को ही एडजस्ट करते हैं, लिहाजा आपकी लोन की किस्त में ब्याज का हिस्सा घट जाएगा और प्रिंसिपल री-पेमेंट का हिस्सा बढ़ जाएगा. यानी आप इंटरेस्ट सेवर एकाउंट में जितनी ज्यादा अतिरिक्त रकम रखेंगे, आपका होम लोन उतनी ही तेजी से कम होगा.
हो सकता है इंटरेस्ट सेवर अकाउंट के इन फायदों को जानने के बाद आप भी इसका फायदा लेने के बारे में सोच रहे हों. लेकिन इस बारे में कोई भी फैसला करने से पहले ये बात जरूर ध्यान में रखें कि ज्यादातर बैंक इंटरेस्ट सेवर होम लोन पर आम होम लोन के मुकाबले कुछ ज्यादा ब्याज वसूल करते हैं. ये फर्क 0.5% से 1% तक हो सकता है. लंबी अवधि के दौरान यह मामूली फर्क भी काफी मायने रखता है. इसलिए फैसला करने से पहले यह कैलकुलेशन करना न भूलें कि यह प्रोडक्ट आपके लिए फायदेमंद है या नहीं.
मिसाल के तौर पर अगर आप 50 लाख रुपये का होम लोन 15 साल के लिए लेते हैं और ब्याज की दर 8% है, तो आपको पूरे टेन्योर के दौरान करीब 36 लाख रुपये ब्याज भरना होगा. वहीं अगर इंटरेस्ट सेवर लोन के लिए आपको 8.5% ब्याज देना पड़ रहा है, तो 15 साल में ब्याज की कुल रकम 38.6 लाख रुपये यानी सामान्य होम लोन के मुकाबले 2.6 लाख रुपये अधिक हो जाएगी. इस अतिरिक्त ब्याज को एडजस्ट करने के लिए ही आपको लोन के पूरे टेन्योर के दौरान अपने इंटरेस्ट सेवर अकाउंट में औसतन 1 लाख रुपये का अतिरिक्त बैलेंस मेंटेन करना होगा.
अगर आप इससे दोगुनी रकम यानी करीब 2 लाख रुपये का अतिरिक्त बैलेंस रखते हैं, तो पूरे टेन्योर में आपके करीब 2.20 लाख रुपये बच जाएंगे. यानी इस प्रोडक्ट का फायदा आपको तभी मिलेगा जब आप अपने खाते में अच्छा-खासा अतिरिक्त बैलेंस मेंटेन करने की क्षमता रखते हों. इसके अलावा अलग-अलग बैंकों में ऐसे प्रोडक्ट्स से जुड़ी शर्तों में कुछ फर्क भी हो सकता है. इसलिए उन शर्तों को अच्छी तरह से समझ लें.
देश में कई प्रमुख बैंक ऐसे होम लोन इंटरेस्ट सेवर अकाउंट मुहैया कराते हैं. लेकिन अलग-अलग बैंकों में इस प्रोडक्ट के नाम अलग-अलग हैं. आपकी सुविधा के लिए हम कुछ प्रमुख बैंकों के होम लोन इंटरेस्ट सेवर अकाउंट के नाम यहां दे रहे हैं, ताकि आप उनकी बैंकों की वेबसाइट्स पर जाकर उनके बारे में और जानकारी हासिल कर सकें.