देश की एक म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) स्कीम ने निवेशकों का भरोसा जीतने के मामले में झंडे गाड़ दिए हैं. ये स्कीम है पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड (Parag Parikh Flexi Cap Fund), जिसका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 82 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो चुका है. दरअसल, 14 नवंबर 2024 को इस इक्विटी स्कीम का AUM 82,567.48 करोड़ रुपये हो चुका था. इस लिहाज से ये भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का सबसे पॉपुलर एक्टिव इक्विटी फंड है.
इससे ज्यादा AUM सिर्फ दो फंड्स का है - SBI निफ्टी 50 ETF (AUM 1,96,016.21 करोड़ रुपये) और SBI BSE सेंसेक्स ETF (AUM 1,18,779.95 करोड़ रुपये). लेकिन ये दोनों ही एक्टिव इक्विटी फंड नहीं, बल्कि देश के दो प्रमुख इंडेक्स को ट्रैक करने वाले एक्सचेंज ट्रेड फंड (ETF) हैं.
सवाल ये है कि पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड में निवेशक इतने बड़े पैमाने पर इनवेस्टमेंट क्यों करते हैं? स्कीम का पिछला ट्रैक रिकॉर्ड देखने पर इसकी वजह साफ समझ में आ जाएगी.
इस स्कीम के डायरेक्ट प्लान में लंपसम यानी एकमुश्त निवेश करने पर अलग-अलग अवधि में कितना सालाना रिटर्न (CAGR) मिला है, इसका डिटेल आप यहां देख सकते हैं:
लॉन्च के बाद से रिटर्न : 20.59%
10 साल का रिटर्न : 18.94%
5 साल का रिटर्न : 25.63%
3 साल का रिटर्न : 16.22%
1 साल का रिटर्न : 30.93%
पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड में सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश करने वालों को भी अलग-अलग अवधि में बेहतरीन एन्युलाइज्ड रिटर्न मिला है. इस स्कीम के डायरेक्ट प्लान में SIP निवेश के एन्युलाइज्ड रिटर्न और 10 हजार रुपये SIP की अलग-अलग अवधि में फंड वैल्यू का डिटेल आप यहां चेक कर सकते हैं:
10 साल का SIP रिटर्न : 21.23%
5 साल का SIP रिटर्न : 25.72%
3 साल का SIP रिटर्न : 25.24%
10 हजार रुपये SIP की फंड वैल्यू
5 साल में वैल्यू : 11,28,596 रुपये (निवेश 6 लाख रुपये)
10 साल में वैल्यू : 36,84,440 रुपये (निवेश 12 लाख रुपये)
11 साल (लॉन्च से अब तक) में वैल्यू : 45,13,736 (निवेश 13.20 लाख रुपये)
(सोर्स : AMFI, वैल्यू रिसर्च)
ये आंकड़े बताते हैं कि पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड ने अपने निवेशकों को लॉन्च से अब तक हर अवधि में शानदार रिटर्न दिए हैं. पिछले रिटर्न के आंकड़े यह भी बताते हैं कि इस स्कीम का सालाना रिटर्न इसके बेंचमार्क निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स (NIFTY 500 Total Return Index) की तुलना में हमेशा बेहतर रहा है.
पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड अगर अपने निवेशकों को लगातार बेहतर रिटर्न देने में सफल रहा है, तो जाहिर है कि ऐसा स्कीम की इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी के कारण ही हो पाया है. यह एक डायवर्सिफाइड इक्विटी स्कीम है.
नियमों के तहत इसके पोर्टफोलियो का कम से कम 65 फीसदी हिस्सा हमेशा भारत में लिस्टेड इक्विटी में इनवेस्ट करना जरूरी है. लेकिन हकीकत में स्कीम का इक्विटी इनवेस्टमेंट इससे ज्यादा ही रहता है, जिससे हाई रिटर्न हासिल करने में मदद मिलती है.
मिसाल के तौर पर 31 अक्टूबर 2024 के एसेट एलोकेशन के मुताबिक स्कीम के पोर्टफोलियो में इक्विटी का हिस्सा 79.51 फीसदी और डेट का 19.88 फीसदी था. स्कीम के इक्विटी इनवेस्टमेंट का ब्रेक-अप देखें तो लार्ज कैप की हिस्सेदारी 90.72 फीसदी, मिड कैप की हिस्सेदारी 8.70 फीसदी और स्मॉल कैप की हिस्सेदारी सिर्फ 0.58 फीसदी थी.
पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड की निवेश रणनीति को और अच्छी तरह समझने के लिए आप स्कीम की टॉप होल्डिंग्स पर भी एक नजर डाल सकते हैं. 31 अक्टूबर 2024 को इस फंड के पोर्टफोलियो में शामिल शेयर और उनकी हिस्सेदारी इस तरह थी:
HDFC बैंक : 8.41%
पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया : 7.08%
बजाज होल्डिंग्स एंड इनवेस्टमेंट : 6.67%
कोल इंडिया : 6.49%
ITC : 5.64%
ICICI बैंक : 5.32%
पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड एक इक्विटी फंड है. लिहाजा इसमें रिस्क भी ज्यादा है. रिस्कोमीटर पर इसे 'वेरी हाई' रिस्क लेवल में रखा गया है. जाहिर है कि ये स्कीम उन्हीं निवेशकों के लिए है, जो शेयर मार्केट से जुड़े रिस्क और उथल-पुथल का सामना करने की क्षमता रखते हैं.
साथ ही किसी भी और इक्विटी इनवेस्टमेंट की तरह इसमें भी लंबी अवधि के लिए पैसे लगाना सही होता है. यह स्कीम उनके लिए सही ऑप्शन हो सकती है, जो कम से कम 5 साल के लिए इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं.
(डिस्क्लेमर : इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में इनवेस्टमेंट की सिफारिश करना नहीं. निवेश के बारे में कोई भी फैसला करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श कर लें.)