पेंशन फंड रेगुलेटर- PFRDA (Pension Fund Regulatory and Development Authority) पेंशन धारकों के लिए एक सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (Systematic Withdrawal Plan) लाने की योजना बना रहा है. इसके जरिए 60 साल की उम्र के बाद उन्हें एकमुश्त पैसा निकालने में सहूलियत होगी.
PFRDA के चेयरमैन दीपक मोहंती (Deepak Mohanty) ने कहा, 'यह प्लान अब एडवांस स्टेज में है. उम्मीद है कि अगली तिमाही के खत्म होने तक (सितंबर तक) हम इस तरह की स्कीम लेकर आ जाएंगे.'
फिलहाल NPS (National Pension Scheme) धारक 60 साल की उम्र के बाद एकसाथ अपनी कुल पेंशन का 60% तक निकाल पाते हैं. जबकि बचे हुए 40% का इस्तेमाल अनिवार्य एन्युटी लेने में जाता है.
लेकिन अब इस प्रस्तावित विड्रॉल प्लान के तहत, NPS धारक 75 साल की उम्र तक पीरियॉडिक विड्रॉल के लिए योग्य होंगे, इसके तहत वे मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना अपना पैसा ले सकते हैं.
दीपक मोहंती ने आगे कहा, 'कई लोगों ने कहा कि जब उनका फंड बहुत अच्छा रिटर्न दे रहा है, तो उन्हें एन्युटी क्यों लेनी चाहिए. उन लोगों ने कहा कि वे इसमें बने रहना चाहेंगे और इस पैसे को मंथली या क्वार्टरली बेसिस पर लेना पसंद करेंगे, फिलहाल स्कीम में हम यह ऑप्शन नहीं दे रहे हैं. हम अब इस ऑप्शन के साथ एक प्रोडक्ट को बनाने की कोशिश कर रहे हैं.'
मोहंती ने कहा कि 'कोई व्यक्ति अपनी वित्तीय स्थिति के आधार पर एन्युटी लेने को टाल भी सकता है, जिससे उसे बाद में ज्यादा पैसा मिले. लोग इसे आगे किसी इमरजेंसी के लिए भी रख सकते हैं. तो, हम ऐसे सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान को लाना चाह रहे हैं, जिसमें कोई एन्युटी को कुछ समय बाद ले सके.'
PFRDA एक्ट में प्रस्तावित संशोधन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमने सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं. एक अहम चीज जिसकी हमने संशोधन में सिफारिश की है, वो वैकल्पिक पेंशन प्रोडक्ट है.
उन्होंने आगे कहा कि पेंशन स्कीम्स के तहत एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) वित्तीय वर्ष के पहले छह महीनों में 10 लाख करोड़ रुपये के अहम आंकड़े को पार करने की उम्मीद है.