क्रेडिट स्कोर बहुत अच्छा है तो इससे आपको अच्छा लोन डील पाने या फिर क्रेडिट कार्ड हासिल करने में सहूलियत होती है. ज्यादातर लोगों का ध्यान अच्छे क्रेडिट स्कोर पर होता है लेकिन इससे भी अधिक जरूरी यह सुनिश्चित करना होता है कि आपकी क्रेडिट रिपोर्ट का ब्योरा सही हो. इससे पता लगता है कि आपके क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने वाला कोई ब्योरा नहीं है. आपके लिए अपने क्रेडिट रिपोर्ट के बारे में जानना महत्वपूर्ण है और सारे विवरणों की यहां जांच करें.
क्रेडिट स्कोर दरअसल क्रेडिट ब्यूरो की ओर से व्यक्गित तौर पर दिया जाने वाला नंबर होता है. इस पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है. नंबर जितना अधिक हो उतना अच्छा है क्योंकि यह दर्शाता है कि पर्याप्त मात्रा में उधार की राशि ली गयी है और व्यक्ति रीपेमेंट में नियमित है. क्रेडिट रिपोर्ट ही वह आधार होता है जिससे क्रेडिट स्कोर तैयार किया जाता है. क्रेडिट रिपोर्ट में अलग-अलग तरह की उधार की स्थितियों के बारे में व्यक्ति का सारा ब्योरा होता है. इसमें सभी तरह के उधार का अपडेटेड रिकॉर्ड होता है और इस तरह व्यक्तिगत उधार के बारे में संपूर्ण आंकड़ों का इसमें साफ साफ उल्लेख मिलता है.
ऐसे कई मामले होते हैं जिनमें कई छोटे ब्योरे नजरअंदाज कर दिए जाने का असर व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर पर दिखता है. इसे एक उदाहरण से समझें. संभव है कि एक व्यक्ति ने क्रेडिट कार्ड लिया और उसने समझा कि वह बंद हो गया. बहरहाल, किसी कारण से क्रेडिट रिपोर्ट में वह कार्ड एक्टिव हो और उसमें आउस्टैंडिंग के तौर पर नहीं चुकायी गयी रकम भी दिख रही हो.
संभव है कि कई अन्य कारणों से यहां उल्लिखित ब्योरे आपको चौंका रहे हों और उसकी जांच करने की आवश्यकता हो. कई बार व्यक्ति भूल जाता है कि उसने कोई कार्ड भी लिया है और उसे सही तरीके से बंद होने को लेकर वह आश्वस्त होने की मशक्कत नहीं करता.
कई मामलों में बैंक या क्रेडिट ब्यूरो की ओर से हुई भूल के कारण ऐसा होता है कि वे आवश्यक ब्योरे को अपडेट नहीं करते. यही कारण है कि एक व्यक्ति को अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर जानना चाहिए ताकि किसी तरह की अनियमितता का पता लगाया जा सके.
एक व्यक्ति की क्रेडिट रिपोर्ट में केवल वही ऋण या उधार नजर आते हैं जो उसने ले रखे हैं. कोई अन्य उधार उसमें नहीं होना होना चाहिए. इसके साथ ही उधार के बारे में ब्योरे भी सत्य होने चाहिए. सबसे जरूरी बात जो किसी व्यक्ति को सुनिश्चित करना चाहिए वह यह कि क्रेडिट रिपोर्ट में कोई भी आंकड़ा गलत ना हो. अगर किसी लोन या क्रेडिट कार्ड को लेकर कोई समस्या है तो वे सीधे बैंक से संपर्क कर सकते हैं या फिर आवश्यक विवरणों के साथ क्रेडिट ब्यूरो से संपर्क कर सकते हैं ताकि ब्योरे में आवश्यक बदलाव किए जा सकें. यह बहुत जरूरी है
क्योंकि ऐसा करके भी क्रेडिट स्कोर में सुधार सुनिश्चित किया जा सकता है और इसके लिए बहुत कुछ करने की भी जरूरत नहीं होती.
समग्रता में क्रेडिट रिपोर्ट ऐसी चीज होती है जहां व्यक्ति को कहीं अधिक डिटेल जानने का अवसर मिलता है और उसे वास्तव में यहां दिख रही सूचनाओं की जानकारी हो पाती है. यह रिपोर्ट उस आधार को बनाता है जिससे क्रेडिट स्कोर तय होता है. इसलिए साफ सुथरे रिकॉर्ड से स्कोर में सुधार होता है और भविष्य में व्यक्ति को बेहतर लोन के अवसर मिलते हैं.
अर्णव पांड्या (लेखक मनी एडु स्कूल के फाउंडर हैं.)