Sukanya Samriddhi Scheme Rules: सुकन्या समृद्धि योजना, एक ऐसी स्कीम, जो इन्वेस्टमेंट के नजरिये से बेटियों के भविष्य के लिए परफेक्ट मानी जाती है. ये स्मॉल सेविंग स्कीम्स में आती है, जिस पर 8% इंटरेस्ट मिलता है. इस स्कीम के तहत बेटी के 14 वर्ष की उम्र होने तक निवेश किया जा सकता है.
यानी अगर कोई पिता अपनी बेटी के जन्म के बाद पैसे जमा करना शुरू करता है, तो वह 15 साल तक पैसे जमा कर सकता है. बेटी के 18 साल की होने पर 50% और उसके 21 वर्ष की होने पर पूरा पैसा निकाला जा सकता है. इसमें 250 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है, जबकि निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये सालाना है.
PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड की तरह सुकन्या समृद्धि योजना में भी हर साल निवेश जरूरी है. दोनों ही योजनाओं को एक्टिव रखने के लिए जरूरी है कि हर साल इन खातों में मिनिमम अमाउंट जरूर भरा जाए.
फाइनेंशियल ईयर खत्म होने से पहले यानी 31 मार्च से पहले अगर इन खातों में मिनिमम अमाउंट न डाला जाए तो ये खाते इनेक्टिव (Inactive) हो सकते हैं. नियमों के मुताबिक, हर साल इन खातों में पैसा डालने की आखिरी तारीख 31 मार्च होती है. अकाउंट इनेक्टिव होने से इन पर मिलने वाले फायदे भी नहीं मिलेंगे.
सुकन्या समृद्धि स्कीम के नियमों के अनुसार, अगर मिनिमम अमाउंट जमा न कराया जाए तो उसे डिफॉल्ट अकाउंट माना जाता है और ये इनेक्टिव हो जाता है. हालांकि इसे दोबारा एक्टिवेट कराया जा सकता है. निष्क्रिय खाते को एक्टिव कराना आसान है लेकिन इसके लिए पेनल्टी यानी जुर्माना देना पड़ता है.
सुकन्या समृद्धि खाते को दोबारा चालू करने के लिए आपको उसी पोस्ट ऑफिस या बैंक ब्रांच में जाना होगा, जहां आपने ये खाता खुलवाया था. यहां खाते को एक्टिव कराने के लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा और इसके साथ बकाया राशि का भुगतान करना होगा.
जिन वर्षों में आपने 31 मार्च के पहले भुगतान नहीं किया है, उन वर्षों में हर वर्ष के लिए कम से कम 250 रुपये पेमेंट करना होगा. इसके साथ ही 50 रुपये की पेनल्टी भी देनी होगी.
यानी अगर आप 4 साल मिनिमम पेमेंट करना भूल गए या किसी कारण से नहीं कर पाए हों तो मिनिमम 250 रुपये के हिसाब से 1000 रुपये देने होंगे और 4 साल के लिए जुर्माना (50x4) यानी 200 रुपये देने होंगे. यानी कुल 1200 रुपये भरने के बाद सुकन्या समृद्धि अकाउंट दोबारा एक्टिवेट हो जाएगा.