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स्मॉल फाइनेंस बैंक FD पर दे रहे 8% से 9% तक सालाना ब्याज, कितना सुरक्षित है इनमें निवेश?

प्रमुख बैंकों की तुलना में स्मॉल फाइनेंस बैंकों में FD पर ब्याज दरें ज्यादा आकर्षक हैं. सवाल ये है कि दूसरे बैंकों की तुलना में स्मॉल फाइनेंस बैंक कैसे ज्‍यादा ब्‍याज दे रहे हैं?
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी10:53 AM IST, 25 Sep 2023NDTV Profit हिंदी
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मई 2022 से अब तक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो रेट कुल 2.5% बढ़ा चुका है. इसके चलते जहां होम लोन महंगा हुआ है, वहीं ज्यादातर बैंकों ने फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट (FD) की दरें भी बढ़ा दी हैं. प्रमुख बैंकों में FD करने पर 6.5% से 7.5% सालाना के बीच ब्याज मिल रहा है. लेकिन स्‍मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) अपने FD पर 8% से 8.5% तक ब्याज ऑफर कर रहे हैं.

स्‍मॉल फाइनेंस बैंकों में वरिष्ठ नागरिकों को FD पर 9% तक सालाना ब्याज मिल रहा है. यानी प्रमुख बैंकों की तुलना में स्मॉल फाइनेंस बैंकों में FD पर ब्याज दरें ज्यादा आकर्षक हैं. सवाल यह है कि प्रमुख बैंकों की तुलना में लिक्विडिटी कम होने के बाद भी स्मॉल फाइनेंस बैंक क्‍यों ज्‍यादा ब्‍याज दे रहे हैं? क्या इनमें पैसा जमा करना सुरक्षित है?

क्या स्मॉल फाइनेंस बैंक सुरक्षित हैं?

स्मॉल फाइनेंस बैंक को शेड्यूल्ड कमर्शियल बैंकों की तुलना में ज्यादा जोखिम भरा माना जाता है. असल में स्मॉल फाइनेंस बैंक उन लोगों को कर्ज देते हैं जिन्हें आम तौर पर बड़े बैंकों से कर्ज नहीं मिल पाता है. हालांकि, वे अपने लोन पर अधिक ब्याज लेते हैं, जिससे उन्हें डिपॉजिटर्स को ज्‍यादा ब्‍याज देने में सुविधा होती है. लेकिन एक समस्या ये है कि उधार लेने वालों की चुकाने की क्षमता का अंदाजा बहुत ज्यादा नहीं कर सकते, इसलिए लोन डिफॉल्‍ट का भी खतरा होता है. लेकिन लोन का टिकट साइज कम होने से यह रिस्क कुछ कम हो जाता है.

RBI द्वारा होते हैं रेगुलेट

SFB को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लाइसेंस मिलता है और रेगुलेट किया जाता है. RBI ही SFB के कामकाज के लिए समय समय पर दिशा-निर्देश देता है और नियमित रूप से उनके संचालन की मॉनिटरिंग करता है. रिजर्व बैंक के नियम यह सुनिश्चित करते हैं कि SFB उचित रिस्क मैनेजमेंट प्रैक्टिस का पालन करते हुए पूंजी पर्याप्तता अनुपात (Capital Adequacy Ratio) बनाए रखें. इसके बाद भी आप FD करने के पहले कुछ बातों की स्टडी कर सुरक्षा की जांच कर सकते हैं. रिस्क की पहचान के लिए बैंकों के स्ट्रक्चर, उनकी ग्राहकों तक पहुंच और फाइनेंस को समझना जरूरी है.

5 लाख रुपये तक के डिपॉजिट सुरक्षित हैं

किसी भी बैंक में 5 लाख रुपये तक की जमा राशि इंश्योर्ड होती है. यह रकम डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) के डिपॉजिट इंश्योरेंस प्रोग्राम के तहत इंश्योर्ड होती है. यह गारंटी स्मॉल फाइनेंस बैंक के डिपॉजिट पर भी मिलती है. यानी स्मॉल फाइनेंस बैंक में जमा अधिकतम 5 लाख रुपये तक की रकम सुरक्षित है. लिहाजा बैंक अगर किसी वजह से डिफॉल्टर हो गया, तो भी आपको 5 लाख रुपये तक की रकम वापस मिल जाएगी. इसका मतलब ये हुआ कि किसी भी एक बैंक में 5 लाख रुपये से ज्यादा रकम जमा करने में जोखिम है.

लिक्विडिटी की स्थिति जांच लें

निवेशकों को स्‍मॉल फाइनेंस बैंक के FD में पैसे रखने से पहले उस बैंक की लिक्विडिटी की हालत जांच लेनी चाहिए. लिक्विडिटी का मतलब यह है कि बैंक अपने डिपॉजिटर्स को समय से रीपेमेंट करने में सक्षम है या नहीं. देख लें कि कहीं वह बैंक मैच्‍योरिटी के वक्त अपने डिपॉजिटर्स को रकम लौटाने में देरी तो नहीं कर रहा.

डिपॉजिटर्स बैंक के कैश रिजर्व रेशियो (CRR) और वैधानिक तरलता अनुपात (SLR) के आधार पर लिक्विडिटी की जांच कर सकते हैं. CRR और SLR अगर ऊंचे हैं तो इससे संकेत मिलता है कि बैंक की लिक्विडिटी मजबूत है.

बैंक का NPA कितना है?

बैंक में पैसे रखने से पहले उसके नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) की जांच कर लेना भी जरूरी है. बैंक का ग्रॉस NPA बढ़ने पर उसे भविष्य में होने वाले नुकसान के लिए प्रावधान यानी प्रॉविजनिंग करनी पड़ती है यानी NPA से होने वाले संभावित नुकसान को कवर करने के लिए कुछ रकम अलग रखनी पड़ती है.

ग्रॉस NPA के लिए किये गए प्रावधानों को घटाने के बाद जो आंकड़ा मिलता है, उसे बैंक का नेट NPA कहते हैं. नेट NPA अनुपात बैंक द्वारा दिए गए नेट लोन पर NPA का प्रतिशत है. कम नेट NPA अनुपात दर्शाता है कि बैंक ने अपने बैड लोन के लिए पर्याप्त प्रावधान किए हैं और उसका लोन पोर्टफोलियो अच्छी हालत में है.

बैंक की रेटिंग भी चेक करें

स्मॉल फाइनेंस बैंक के FD को क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों ने कितनी रेटिंग दी है, यह देखना भी अच्छा रहता है. CRISIL, ICRA और CARE जैसी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां SFB को उनकी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी, एसेट क्वॉलिटी, मैनेजमेंट की क्षमता और अन्य मापदंडों के आधार पर रेटिंग देती हैं. हाई क्रेडिट रेटिंग का मतलब है कि बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत है. ऐसे बैंक में डिपॉजिटर्स की जमा राशि नहीं लौटाए जाने का रिस्क कम रहता है. लेकिन खराब रेटिंग वाले बैंकों से दूर रहने में ही भलाई है.

ज्‍यादा ब्‍याज का कैसे उठाएं फायदा

अगर आप स्मॉल फाइनेंस बैंक की अधिक ब्याज दरों का फायदा उठाना चाहते हैं तो 5 लाख रुपये तक के FD अकाउंट खोल सकते हैं. अगर किसी एक ही बैंक में इससे ज्यादा रकम रखनी है, तो परिवार के अलग-अलग सदस्यों के नाम से FD खुलवाई जा सकती है. FD कराते समय पूरी रकम को अलग-अलग टेन्योर में बांटकर जमा करना भी अच्‍छी रणनीति है. इससे लिक्विडिटी बेहतर रहती है.

प्रमुख SFB में FD की ब्याज दरें

अब एक नजर डालते हैं कुछ प्रमुख स्मॉल फाइनेंस बैंकों में FD पर मिल रही लेटेस्ट ब्याज दरों पर. ज्यादातर बैंक सीनियर सिटीजंस को इन दरों के ऊपर 0.50% अतिरिक्त ब्याज भी देते हैं. यानी कई बैंक सीनियर सिटिजन्स को करीब 9% तक ब्याज ऑफर कर रहे हैं :

  • यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक: 7.65%

  • सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक: 8.25%

  • फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक: 8.00%

  • इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक: 7.25%

  • जना स्मॉल फाइनेंस बैंक: 7.25%

  • ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक: 6.25%

  • उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक: 7.50%

  • उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक: 7.20%

  • SBM बैंक: 7.75%

  • शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक: 7.00%

  • AU स्मॉल फाइनेंस बैंक: 7.25%

  • RBL बैंक: 7.10%

(Source : Bank Websites, BankBazaar.com, Paisabazaar.com)

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