फाइनेंशियल एडवाइजर हमेशा कहते हैं कि जितनी जल्दी हो सके, निवेश और बचत की आदत डाल लेनी चाहिए. अगर आप अपने करियर की शुरुआत में ही निवेश और बचत का महत्व समझ लें तो रिटायरमेंट के बाद आपकी लाइफ पूरी तरह टेंशन फ्री हो सकती है. कम उम्र में निवेश शुरू करने पर आपके इन्वेस्टमेंट की कंपाउंडिंग होती है और ग्रोथ के लिए लंबा समय मिल जाता है. कंपाउंडिंग एक ऐसा मैजिक है, जो आपकी दौलत में कई गुना इजाफा कर सकता है. इस मैजिक का पूरा फायदा उठाना है, तो आप म्यूचुअल फंड SIP पर विचार कर सकते हैं. आगे आपको कैलकुलेशन की मदद से बताएंगे कि कैसे 25 की उम्र में 1,000 रुपये की SIP शुरू करके आप 1 करोड़ रुपये का रिटायरमेंट कॉर्पस बना सकते हैं.
म्यूचुअल फंड में SIP एक ऐसा विकल्प है, जिसके जरिए आप छोटी-छोटी रकम हर महीने निवेश कर सकते हैं. इसमें आपको हर महीने निवेश के लिए एक रकम और तारीख तय करनी होती है. हर महीने उस तारीख पर तय की गई रकम आपके अकाउंट से कटकर म्यूचुअल फंड में इनवेस्ट हो जाती है. टैक्स सेविंग ELSS जैसी टैक्स बचाने वाली स्कीम को छोड़ दें तो SIP के लिए कोई अवधि फिक्स नहीं होती, आप जब तक चाहें, निवेश कर सकते हैं.
सिर्फ टैक्स सेविंग ELSS में 3 साल का लॉक इन पीरियड होता है.
वैसे, SIP के जरिये आपका निवेश जितना लंबा चलेगा, कंपाउंडिंग का फायदा उतना ज्यादा मिलेगा. आम तौर पर मंथली SIP की जाती है, लेकिन आप चाहें तो साप्ताहिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर भी निवेश कर सकते हैं. SIP की रकम आप अपनी इनकम और वेल्थ क्रिएशन के लक्ष्य के हिसाब से तय कर सकते हैं.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के लिए आपने जो अमाउंट तय किया है, उसमें हर साल कुछ परसेंट बढ़ोतरी करना टॉप-अप या स्टेप-अप SIP होता है. हर साल ऐसा करने पर आप सामान्य SIP की तुलना में ज्यादा बड़ा फाइनेंशियल टारगेट हासिल कर सकते हैं. मिसाल के तौर पर,
अगर आप 5,000 रुपये मंथली SIP के साथ शुरू करके उसमें हर साल 10% बढ़ोतरी करते हैं, तो 1 साल तक हर महीने आपके अकाउंट से 5,000 रुपये आपके द्वारा चुनी गई स्कीम में जमा होता रहेगा.
इसके बाद 13वें महीने से अगले पूरे साल के लिए (यानी 13 से 24वें महीने तक) हर महीने 5,000 रुपये की जगह 5,500 रुपये निवेश होंगे.
इसके बाद 2 साल पूरे होने पर यानी 25वें महीने से 5,500 रुपये की SIP में 10%रकम फिर बढ़ जाएगी. इसी तरह साल-दर-साल आपकी SIP की रकम बढ़ती रहेगी.
अगर आप 25 साल की उम्र में 25,000 रुपये की मंथली सैलरी से करियर की शुरुआत करते हैं, तो अपनी इनकम का सिर्फ 4% हिस्सा यानी 1,000 रुपये म्यूचुअल फंड SIP में निवेश करना आपके लिए मुश्किल नहीं होगा. इस बाद हर साल जैसे-जैसे आपकी इनकम बढ़ेगी, आप अपनी SIP में सिर्फ 5% का इजाफा कर सकते हैं. ऐसा आपको 60 साल की उम्र तक, यानी अगले 35 साल तक लगातार करना होगा. ऐसा करने पर अगर आपको अपने निवेश पर 12% की दर से एनुअलाइज्ड रिटर्न मिलता है, तो 60 की उम्र तक आपके पास करीब 1 करोड़ रुपये जमा हो जाएंगे.
इस कैलकुलेशन में SIP के जरिए 35 साल में कुल निवेश 10,83,844 रुपये है, जिस पर हर साल 12% की दर से कंपाउंडिंग रिटर्न मिलने पर 60 साल की उम्र में आपके निवेश की फंड वैल्यू करीब 1 करोड़ रुपये हो जाएगी. वहीं, अगर आप SIP में हर साल 5% की जगह 10% बढ़ोतरी करें, तो आपकी दौलत और भी तेजी से बढ़ेगी.
इस कैलकुलेशन के हिसाब से अगर आपने SIP में हर साल 10% इजाफा किया, तो 35 साल में आपका कुल निवेश 32,52,292 रुपये होगा. अगर इस पर आपको हर साल 12% का कंपाउंडेड रिटर्न मिला तो 60 साल की उम्र में आपके पास करीब 1.77 करोड़ रुपये का कॉर्पस होगा.