ADVERTISEMENT

November CPI: बढ़ती महंगाई से मिली कुछ राहत, नवंबर में रिटेल मंहगाई 5.48% रही

नवंबर में खाद्य महंगाई भी नीचे आई है और CPI फूड इंफ्लेशन 9.04% रहा, जबकि अक्टूबर में ये 10.87% पर पहुंच गई थी.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी04:44 PM IST, 12 Dec 2024NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

नवंबर में महंगाई में कुछ राहत मिली है. इसकी अहम वजह सब्जियों के भाव में आई गिरावट है, जिससे फूड इंफ्लेशन नीचे आया है, हालांकि ये अब भी ऊंचे स्तर पर बना हुआ है.

गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में रिटेल महंगाई 5.48% रही है, जो अक्टूबर में 6.21% थी. कुल मिलाकर नवंबर में महंगाई दर अनुमान के मुताबिक ही रही है, जिसमें CPI मंहगाई के 5.5% रहने का अनुमान लगाया गया था.

नवंबर में खाद्य महंगाई भी नीचे आई है और CPI फूड इंफ्लेशन 9.04% रहा, जबकि अक्टूबर में ये 10.87% पर पहुंच गया था. वहीं CPI कोर इंफ्लेशन नवंबर में भी अक्टूबर के बराबर ही 3.7% रहा है.

शहरी-ग्रामीण, दोनों ही इलाकों में घटी महंगाई

नवंबर में शहरी इलाकों में CPI महंगाई 4.83% रही. जबकि अक्टूबर में ये 5.62% रही थी. वहीं ग्रामीण इलाकों में CPI महंगाई 5.95% रही, जबकि अक्टूबर में ये 6.68% थी.

बता दें आगे चौथी तिमाही में फूड इंफ्लेशन के कम होने की संभावना है, क्योंकि सब्जियों की अच्छी पैदावार का मौसम होने के चलते भाव में गिरावट आएगी. साथ ही खरीफ की फसल भी आ गई है और RBI ने रबी की फसल के अच्छे उत्पादन का अनुमान भी लगाया है.

  • दालों की महंगाई अक्टूबर में 9.81% थी, नवंबर में ये 7.43% रही.

  • अनाजों की महंगाई अक्टूबर में 6.94% से घटकर नवंबर में 6.88% रही

  • अंडे की महंगाई दर अक्टूबर में 4.87% से घटकर नवंबर में 4.84% रही

  • दूध और दूध के उत्पादों में मंहगाई दर अक्टूबर में 2.97% से घटकर नवंबर में 2.85% रही

  • मीट और फिश की महंगाई अक्टूबर में 3.17% थी, नवंबर में ये बढ़कर 4.67% रही

  • कपड़े, फुटवियर की महंगाई नवंबर में 2.75% रही, जबकि अक्टूबर में ये 2.7% थी.

  • घरों की कीमतें पिछले महीने के 2.81% के मुकाबले नवंबर में 2.87% बढ़ी

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT