भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास (Shaktikanta Das) ने बुधवार को कहा कि जून में समाप्त तिमाही में GDP की ग्रोथ रेट में नरमी के बावजूद RBI भारत की ग्रोथ संभावनाओं को लेकर आशावादी बना हुआ है.
दास ने FIBAC 2024 इवेंट में कहा, 'ग्रोथ में नरमी के बावजूद ... आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के फंडामेंटल तेजी रफ्तार पकड़ रहे हैं.
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ रेट 6.7% रही, जबकि रिजर्व बैंक ने इसके 7.1% रहने का अनुमान लगाया था.
शक्तिकांता दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए RBI ने भारत की GDP ग्रोथ रेट 7.2% रहने का अनुमान जताया है. दास ने बताया कि इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) और वर्ल्ड बैंक ने भी भारत की ग्रोथ रेट को अपग्रेड करके 7.00% कर दिया है.
दास ने कहा, 'मुझे लगता है कि सभी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और साथ ही रिजर्व बैंक के अनुमानों में तालमेल हो रहा है. हालिया आंकड़ों से ये कहने का भरोसा मिलता है कि भारत की ग्रोथ की कहानी बरकरार है. उन्होंने इस बारे में चर्चा के संबंध में ये स्पष्ट किया कि क्या RBI का ग्रोथ के लिए 7.2% का अनुमान वास्तव में अमल में आएगा या नहीं.
वर्ल्ड बैंक ने इंडिया डेवलपमेंट अपडेट में कहा कि दक्षिण एशिया क्षेत्र के बड़े हिस्से के लिए जिम्मेदार भारत की विकास दर 2024-25 में 7% पर मजबूत रहने की उम्मीद है. वर्ल्ड बैंक ने कहा कि कृषि में सुधार, इंडस्ट्री में आई मामूली नरमी की आंशिक रूप से भरपाई करेगा. साथ ही ये भी कहा कि सर्विस मजबूत बनी रहेंगी. वर्ल्ड बैंक ने कहा कि कृषि में अपेक्षित सुधार के कारण ग्रामीण कंजप्शन में सुधार होगा.