GST काउंसिल की 53वीं बैठक 22 जून को होने वाली है. नई सरकार के गठन के बाद GST की पहली बैठक होने के चलते इस पर सबकी नजर है. GST काउंसिल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट डालकर ये जानकारी दी है.
नेचुरल गैस को GST व्यवस्था के तहत लाने को लेकर कुछ सालों में से बात की जा रही है. मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक अगर इसे सही में लागू किया जाता है तो इससे पूरी गैस वैल्यू चैन को फायदा पहुंच सकता है.
पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार की ओर से फोकस में मौजूद क्षेत्रों पर चर्चा की.
अगर नेचुरल गैस को GST के तहत लाया जाता है तो इससे ऑयल एक्सपलोरेशन और प्रोडक्शन कंपनियों को फायदा होगा. इन कंपनियों में ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC), ऑयल इंडिया (Oil India) और पेट्रोनेट LNG शामिल हैं.
बता दें नरेंद्र मोदी देश के इतिहास में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने वाले दूसरे शख्स बने हैं. 6 दशक पहले सिर्फ जवाहर लाल नेहरू ही ये कारनामा कर पाए हैं. हालांकि BJP की अपनी सीटों की संख्या पिछली बार की तुलना में 63 कम हुई है. इस बार BJP महज 240 सीटें ही जीत पाई है. वहीं NDA ने 293 सीटों पर जीत दर्ज की है.