मूडीज (Moody's) ने भारत के CY 2024 (Calendar Year) के लिए GDP ग्रोथ अनुमान (GDP Growth Forecast) को 6.1% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है. उसने इसके पीछे वजह 2023 में में उम्मीद से बेहतर डेटा को बताया. उसने एक नोट में कहा कि मजबूत मांग की वजह से ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाया गया है. अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में रियल GDP में सालाना 8.4% की ग्रोथ हुई है.
मूडीज ने कहा कि 'हमारा भरोसा है कि ग्लोबल रुकावटें कम हो रही हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था 6%–7% की रियल GDP ग्रोथ को हासिल कर सकेगी. इसलिए हमारा अनुमान है कि कैलेंडर ईयर 2024 में करीब 6.8% और 2025 में 6.4% की ग्रोथ रहेगी.'
नोट में कहा गया है कि सरकार की ओर से कैपिटल खर्च और मजबूत मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों ने 2023 में मजबूत ग्रोथ में योगदान दिया है. हमें आम चुनाव के बाद मौजूदा नीतियों के जारी रहने और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर फोकस बने रहने की उम्मीद हैं.
इकोनॉमी के लिए ग्लोबल रुकावटें कम हो रही हैं
कैपिटल एक्सपेंडिचर, मजबूत मैन्युफैक्चरिंग से ग्रोथ बहुत अच्छी रही
चुनाव के बाद इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर फोकस बने रहने की उम्मीद
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी के मुताबिक प्राइवेट इंडस्ट्रीयल कैपिटल स्पेंडिंग के बढ़ने की रफ्तार धीमी रही है. लेकिन इसके मौजूदा सप्लाई चेन डायवर्सिफिकेशन बेनेफिट्स और निवेशकों के सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम में निवेशकों के बेहतर रिस्पॉन्स के चलते बढ़ने की उम्मीद है.
RBI के मुताबिक बड़े बैंकों और वित्तीय संस्थानों की ओर से मंजूरी दिए गए प्राइवेट कॉरपोरेट प्रोजेक्ट्स की कुल लागत एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले अप्रैल-दिसंबर 2023 के दौरान 23% बढ़ी. ये दिखाती है कि प्राइवेट कैपेक्स साइकिल रफ्तार पकड़ रही है.
मूडीज ने कहा कि अर्थव्यवस्था का तीसरी और चौथी तिमाही में बना मजबूत मोमेंटम साल की पहली तिमाही में जारी रहेगा. मजबूत GST कलेक्शन, बढ़ती ऑटो सेल, कंज्यूमर ऑप्टमिजम और डबल डिजिट क्रेडिट ग्रोथ से शहरी क्षेत्रों की खपत मजबूत बने रहने का पता चलता है.