प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया. उन्होंने अपनी स्पीच में भारत की इंक्लूसिव स्प्रिट की चर्चा करते हुए कहा कि देश में बीते 10 साल में विकास के साथ समानता भी बराबरी से बढ़ी है. इसके चलते 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं.
PM ने कहा कि तीसरे टर्म में सरकार ग्रोथ को तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है, इसके लिए 15 लाख करोड़ रुपये के फैसलों पर मुहर लगाई जा चुकी है.
अपनी स्पीच में प्रधानमंत्री ने ग्लोबल इकोनॉमी में भारत की बढ़ती अहमियत, बीते 10 साल में टेक, इंफ्रा, सेमीकंडक्टर और अन्य सेक्टर्स में हुए डेवलपमेंट के साथ पॉलिसी रिफॉर्म पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारा कमिटमेंट है कि भारत को विकसित बनाने के लिए लगातार स्ट्रक्चरल रिफॉर्म करते रहेंगे. ये हमारे थर्ड टर्म के शुरुआती 3 महीनों में दिखता है.'
इस दौरान 15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के फैसले लिए गए. 3 महीनों में मेगा इंफ्रा पर काम शुरू हुआ. 12 नोडल इंडस्ट्रियल शहर, 3 करोड़ घर बनाने की मंजूरी दी गई. पॉलिसी चेंज, जॉब, स्किल को लेकर कमिटमेंट हुए. सस्टेनेबल डेवलपमेंट, क्वालिटी ऑफ लाइफ पर हमारा फोकस है. हमारी 3 महीनों की नीतियों में तेज ग्रोथ की कंटिन्यूटी दिखती है: PM मोदी
प्रधानमंत्री के मुताबिक, 'आज भारत का फोकस AI और सेमीकंडक्टर जैसी क्रिटिकल टेक्नोलॉजीज पर है. इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के तहत देश में 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है. बहुत जल्द भारत के 5 सेमीकंडक्टर प्लांट्स दुनिया में मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट पहुंचाएंगे.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कौटिल्य कॉन्क्लेव ऐसे समय में हो रही है, जब दुनिया के 2 बड़े क्षेत्रों में युद्ध की स्थिति है. दोनों रीजन ग्लोबल इकोनॉमी और एनर्जी सिक्योरिटी के हिसाब से बहुत अहम हैं. वैश्विक अनिश्चित्ता के बीच हम भारत के युग की चर्चा कर रहे हैं. ये बताता है कि आज भारत पर विश्वास कुछ अलग है.'
PM ने कहा, 'भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है. रिन्युएबल एनर्जी कैपेसिटी में भारत नंबर चार है. दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरर है. भारत ट्रैक्टर और 2-व्हीलर्स का सबसे बड़ा निर्माता है. साइंस, इनोवेशन का सबसे बड़ा पूल भारत में है.'
उन्होंने आगे कहा, 'मतलब भारत साफ तौर पर स्वीट स्पॉट पर है. रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर हम निर्णय ले रहे हैं. यही वो इंपैक्ट है, जिसके कारण भारत के लोगों ने 60 साल बाद लगातार किसी सरकार को तीसरी बार चुना है.'
पिछले साल हमारी इकोनॉमी ने हर अनुमान से बेहतर किया. सभी संस्थाओं ने भारत से जुड़े अनुमानों को अपग्रेड किया. मतलब ग्लोबल अनिश्चित्ता के बावजूद भारत 7% से ज्यादा ग्रोथ बरकरार रखेगा: PM मोदी
PM ने भारत में बिजनेस करने की सहूलियत को बढ़ाने का जिक्र करते हुए कहा, 'हमने कंपनीज एक्ट के कई प्रावधानों को डीक्रिमिनलाइज किया. ऐसे दर्जनों प्रावधान थे, जिनसे बिजनेस मुश्किल था, हमने उनमें बदलाव किया.'
भारत में मैन्युफैक्चरिंग को गति देने के लिए PLI लेकर आए. इसका कई सेक्टर में इंपैक्ट पड़ा. 1.25 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया. इससे 11 लाख करोड़ रुपये की सेल्स हुई: PM मोदी
भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती बड़ी इकोनॉमी है. GDP के हिसाब से भारत 5वीं बड़ी इकोनॉमी है.
ग्लोबल फिनटेक एडॉप्शन में हम नंबर वन हैं. डेटा खपत में हम नंबर एक और इंटरनेट यूजर्स के मामले में भी भारत नंबर दो है.
ग्रीन फ्यूचर के लिए भारत से अपार उम्मीदें हैं. इतने ही इस सेक्टर में मौके भी हैं. G-20 समिट में भारत की पहल पर ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस लॉन्च किया गया. भारत के ग्रीन हाइड्रोजन डेवलपमेंट को देशों ने समर्थन दिया. इस दशक के अंत तक 5 मिलियन टन ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन का टारगेट है.
हमने माइनिंग, डिफेंस, स्पेस जैसे अनेक सेक्टर्स को युवा उद्यमियों के लिए खोला. हमने FDI नीतियों को उदार बनाया, ताकि दुनियाभर के निवेशकों के लिए ज्यादा अवसर पैदा हों.
भारत में 17 से ज्यादा ग्लोबल कैपेसिटी सेंटर्स हैं. 2 लाख से ज्यादा नौजवान दुनिया को स्किल्ड सर्विसेज दे रहे हैं.
हमने नई एजुकेशन पॉलिसी बनाकर स्किल और एजुकेशन में बड़ा रिफॉर्म किया. 10 साल में हर हफ्ते एक नई यूनिवर्सिटी बनी और हर दिन 2 नए कॉलेज खोले गए. 10 साल में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो गई. हम क्वालिटी एजुकेशन पर भी उतना ही बल दे रहे हैं.
इस बजट में करोड़ों युवाओं के लिए स्किल और इंटर्नशिप स्कीम लॉन्च की. इसके तहत 1 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप में मदद कर रहे हैं.