RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक ने लगातार 10वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. दुनिया भर में चल रही उठापटक, जियो पॉलिटिकल टेंशन के बीच आज रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने रेपो रेट को बाजार और अर्थशास्त्रियों की उम्मीद के मुताबिक ही 6.5% पर बरकरार रखा है.
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि 7, 8 और 9 अक्टूबर के दौरान हुई मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक में MPC ने 5:1 मत से पॉलिसी रेट्स में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है.
MPC सर्वसम्मति से तय रुख में बदलाव करने का फैसला किया है. MPC की बैठक में 'विद्ड्रॉल ऑफ एकोमोडेशन' से बदलकर रुख को 'न्यूट्रल' करने का फैसला किया गया है.
रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि MPC ने विकास को सपोर्ट देते हुए लक्ष्य के मुताबिक महंगाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मतदान किया, खरीफ की बुआई, मिट्टी की अच्छी नमी के कारण फूड इंफ्लेशन का दबाव कुछ हद तक कम हो सकता है.
शक्तिकांता दास ने कहा कि ऐसा लगता है कि कोर महंगाई निचले स्तर पर पहुंच गई है, ग्रामीण मांग बढ़ रही है, जबकि शहरी मांग स्थिर बनी हुई है. उन्होंने कहा कि नॉन फूड बैंक लोन में विस्तार के कारण निजी निवेश में तेजी जारी है.
सर्विस एक्सपोर्ट्स ग्रोथ को सपोर्ट कर रहा है. भारत की ग्रोथ स्टोरी बरकरार है, क्योंकि फंडामेंटल ड्राइवर गति पकड़ रहे हैं. कृषि उत्पादन, ग्रामीण मांग में सुधार के कारण निजी खपत की संभावनाएं अच्छी दिख रही हैं. बजट के मुताबिक ही केंद्र और राज्यों के सरकारी खर्च में तेजी आने की उम्मीद है.
FY25 के लिए रिजर्व बैंक ने GDP ग्रोथ अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है. रियल GDP ग्रोथ FY25 के लिए 7.2% पर ही रहने का अनुमान है. इसके अलावा Q2 के लिए GDP अनुमान 7%, Q3 के लिए 7.4%, Q4 के लिए 7.4% और Q1 FY26 के लिए 7.3% रहने का अनुमान है
रिजर्व बैंक गवर्नर ने महंगाई को लेकर कहा कि प्रतिकूल बेस, खाद्य कीमतों के कारण सितंबर में रिटेल महंगाई में बड़ा उछाल देखने की संभावना है. Q4 में हेडलाइन मुद्रास्फीति प्रक्षेपवक्र क्रमिक रूप से मध्यम होने का अनुमान है. उन्होंने कहा खराम मौसम से होने वाली घटनाओं, जियो पॉलिटिकल स्थितियां महंगाई के लिए बड़ा जोखिम पैदा कर रही हैं. अगर फूड और मेटल्स की कीमतों में तेजी जारी रहती है तो CPI महंगाई बढ़ने का जोखिम बढ़ सकता है.
रिजर्व बैंक ने FY25 के लिए CPI महंगाई का अनुमान 4.5% पर ही बरकरार रखा है. Q2 में रिटेल महंगाई 4.1%, Q3 में 4.8% और Q4 में 4.2% रहने का अनुमान जताया है. FY26 की पहली तिमाही में महंगाई का अनुमान 4.3% है.
रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि बैंकों, NBFC की सेहत लगातार मजबूत हो रही है. हालांकि उन्होंने अनसिक्योर्ड लोन देने में संभावित चिंताओं पर भी बारीकी से नजर रखी जा रही है. NBFCs ने पिछले कुछ वर्षों में बड़ी जोरदार ग्रोथ दर्ज की है. NBFC सेक्टर की सेहत अच्छी बनी हुई है लेकिन कुछ चिंताएं भी हैं. रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि कुछ NBFCs बिना किसी उचित रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क के बिना ही आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर ग्रोथ का आउटलुक NBFCs के लिए प्रतिकूल होगा. माइक्रोफाइनेंस कंपनियों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों सहित कुछ NBFC इक्विटी पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न के पीछे भाग रहे हैं.
उन्होंने कहा कि चिंता तब पैदा होती है जब NBFCs की ओर से ली जाने वाली ब्याज दरें सूदखोरी की हद तक पहुंच जाती हैं. रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि हम NBFCs पर कड़ी नजर रख रहा है, जहां जरूरी होगा कार्रवाई करने से नहीं हिचकिचाएगा.