कुछ राज्यों में जोरदार बारिश के चलते सब्जियों की कीमत में जोरदार तेजी आ रही है. इससे निकट भविष्य में फूड इंफ्लेशन के बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है. ICICI बैंक रिसर्च नोट के मुताबिक प्याज, फूलगोभी, लहसुन और करेला जैसी सब्जियों की कीमत में उछाल आया है.
18 सितंबर तक भारत में कुल 871.9 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. ये लॉन्ग पीरियड एवरेज का 107% है. लेकिन मॉनसून का क्षेत्रीय वितरण एक जैसा नहीं है. दक्षिण, मध्य और पश्चिमोत्तर क्षेत्रों में औसत से ज्यादा बारिश हुई है. जबकि पूर्व और पूर्वोत्तर में अब भी सामान्य से कम बारिश हुई है.
रिसर्च नोट में कहा गया है कि ज्यादा बारिश होने से सब्जियों की कीमतों में सितंबर में मंथली बेसिस पर 3.5% की ग्रोथ हुई है. सालाना आधार पर दाल, सब्जी और अनाज में दो अंकों में महंगाई बढ़ती देखी जा रही है.
दालों की बुवाई सालाना आधार पर 7.9% की ग्रोथ के साथ 12.8 मिलियन हेक्टेयर पर पहुंच चुकी है. हालांकि ये लॉन्ग पीरियड एवरेज 13.6 मिलियन हेक्टेयर से नीचे है. इस बीच मोटे अनाज और तिलहन की बुवाई में क्रमश: 3.6% (YoY) और 1.5% (YoY) का इजाफा हुआ है.
भारत का रिटेल इंफ्लेशन 3.65% पर रहा. सब्जियों की कीमतों में 10.7% (YoY) इजाफा हुआ, जबकि जुलाई में 6.8% (YoY) की वृद्धि रही थी.
खरीफ सीजन में अच्छी फसल की उम्मीद लगाई जा रही है. खरीफ सीजन की बुवाई 109.7 मिलियन हेक्टेयर्स रही थी, जो 2.2% (YoY) की ग्रोथ है. ये लॉन्ग टर्म एवरेज 109.6 मिलियन हेक्टेयर से भी हल्का ऊपर है.
गुरुवार को कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अच्छी पैदावार को आधार बताते हुए कहा था कि देश में खरीफ सीजन में चावल उत्पादन पिछले साल के स्तर से आगे पहुंचने का अनुमान है. खरीफ सीजन में होने वाले चावल बीते साल भारत के कुल चावल उत्पादन का 70% हिस्सा थे.