फ्लाइट्स में बम की 'फर्जी' धमकियों से अब यात्रियों को परेशानी नहीं उठानी होगी. हाल के दिनों में फ्लाइट्स या एयरपोर्ट पर लगातार मिलने रहीं बम की धमकियों को देखते हुए बम थ्रेट असेसमेंट कमिटी (BTAC) ने प्रोटोकॉल में बदलाव किया है.
समाचार एजेंसी PTI ने बताया कि BTAC ने इंटरनेट या सोशल मीडिया पर मिल रही धमकियों से बेहतर तरीके से निपटने के लिए प्रोटोकॉल में कुछ बदलाव किए हैं.
विमानों में बम होने के झूठी धमकियों के चलते अब तक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह की 140 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं. इनमें डोमेस्टिक और इंटरनेशनल, दोनों उड़ानें शामिल हैं.
BTAC की टीम को अगर कोई धमकी 'गैर-विशिष्ट' या 'फर्जी कॉल' लगी तो पैसेंजर्स और सामान की जांच की पूरी प्रक्रिया का दोबारा पालन नहीं करना होगा.
CISF और संबंधित एयरलाइन सिक्योरिटी को भी पैसेंजर्स, उनके सामान औरा फ्लाइट की तलाशी के लिए प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने को कहा गया है.
एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि बम की धमकी की नई आकलन प्रक्रिया पिछले हफ्ते से इंडियन एयरलाइन कंपनियों को मिले संदेशों के बाद शुरू की गई है.
BTAC में धमकी भरे संदेशों को विशेष दृष्टिकोण से देखने का फैसला सिविल एविएशन मिनिस्ट्री, सिविल एविएशन सिक्योरिटी ब्यूरो (BCAS), CISF, एयरलाइन, एयरपोर्ट्स ऑपरेटर्स, खुफिया एजेंसियों और पुलिस विभाग और अन्य स्टेकहोल्डर्स की हाल में हुई मीटिंग के बाद लिया गया.
सोमवार रात दिल्ली, मुंबई, जयपुर, पुणे, मेंगलुरु, बेंगलुरु और कोझिकोड हवाई अड्डों की BTAC ने तीन विमानन कंपनियों एयर इंडिया, विस्तारा और इंडिगो के 30 विमानों को भेजे गए बम की धमकी वाले संदेशों को 'अफवाह या अस्पष्ट' करार दिया.
इन संदेशों को इसलिए 'अस्पष्ट' माना गया क्योंकि ये पाया गया कि एक 'X' हैंडल ने इन तीनों विमानन कंपनियों में से प्रत्येक की 10 उड़ानों के लिए रात 10:46 और 11:42 बजे के बीच बम होने संबंधी संदेशों को पोस्ट किया था.
सूत्रों ने PTI को बताया कि BTAC के प्रोटोकॉल में बदलाव के तहत सूचना को संदिग्ध मानने के आधार पर अब बेहतर आकलन किया जा रहा है.