दिल्ली में हर साल सर्दियों में होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार ने विंटर एक्शन प्लान तैयार किया है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर राजधानी में एक बार फिर से ऑड-ईवन लागू किया जा सकता है. यानी हफ्ते में एक दिन ऑड नंबर वाले वाहनों को और दूसरे दिन ईवन नंबर वाले वाहनों को सड़क पर चलाने की अनुमति होगी.
दिल्ली सरकार कंपनियों से वर्क फ्रॉम होम करवाने की भी अपील कर सकती है. PTI की रिपोर्ट के अनुसार, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को प्लान शेयर करते हुए बताया कि इस साल हमारा विषय 'मिल कर चलें, प्रदूषण से लड़ें' है. दिल्ली सरकार ने तत्काल इस पर काम शुरू कर दिया है.'
दिल्ली सरकार के विंटर एक्शन प्लान में प्रदूषण से निपटने के लिए ड्रोन से निगरानी, एंटी-डस्ट कैंपेन, स्पेशल टास्क फोर्स का गठन, सड़कों की मशीन से सफाई, कृत्रिम बारिश समेत कई उपाय शामिल हैं.
सर्दियों में स्मॉग से निपटने के लिए 200 मोबाइल एंटी स्मॉग गन की जाएंगी तैनात
खुले में कचरे जलाने से रोकने के लिए 588 टीमें लगातार करेंगी निरीक्षण
पॉल्यूशन हॉट स्पॉट की ड्रोन से होगी निगरानी, स्पेशल टास्क फोर्स का होगा गठन
AQI 450 से अधिक होता है तो सरकार लागू कर सकती है ऑड-ईवन सिस्टम
1 से 15 नवंबर के बीच दिल्ली में कृत्रिम बारिश करवाने की भी तैयारी
वर्क फ्राॅम होम और निजी वाहनों के कम इस्तेमाल को प्रोत्साहित करेगी सरकार
पटाखों पर भी प्रतिबंध लगाने की तैयारी, जारी किया जाएगा नोटिफिकेशन
गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण वाले क्षेत्रों की निगरानी ड्रोन की मदद से की जाएगी. इसके लिए 6 सदस्यों वाले स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो पॉल्यूशन लेवल की निगरानी करेगा और कार्रवाई करेगा.
मंत्री राय ने कहा, 'इस साल भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा और नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही प्रतिबंध लागू हो जाएगी.' उन्होंने बताया कि फेज-वाइज एक्शन प्लान लागू किया जाएगा. साथ ही खुले में कचरा जलाने पर नियंत्रण के लिए 588 टीम बनाई गई हैं.
मंत्री ने कहा, 'हम घर से काम करने (WFH) को प्रोत्साहित करेंगे और स्वेच्छा से निजी वाहनों के उपयोग को कम करेंगे. यदि जरूरत हुई तो, प्रदूषण का स्तर बढ़ा तो ऑड-ईवन (व्हीकल प्लान) लागू किया जाएगा.' उन्होंने कहा कृत्रिम बारिश भी एक विकल्प है, जिस पर हम विचार कर रहे हैं.