संजय मल्होत्रा 11 दिसंबर से रिजर्व बैंक गवर्नर का पदभार संभाल लेंगे. 6 साल तक रिजर्व बैंक गवर्नर की जिम्मेदारियां संभालने के बाद शक्तिकांता दास की विदाई हो गई है. बेहद सरल और सौम्य व्यक्तित्व के मालिक शक्तिकांता दास अपने फैसलों में कभी नरम नहीं रहे. उनके फैसलों का ही नतीजा है कि जब दुनिया भर में उहापोह मचा हुआ था, भारत मजबूती के साथ खड़ा रहा. उनके कामों को लेकर बहुत कुछ लिखा गया और आगे भी लिखा जाता रहेगा.
आज कैप्टन कूल शक्तिकांता दास का RBI के दफ्तर में आखिरी दिन है. ठीक 6 साल पहले जिस दफ्तर में उन्होंने कदम रखा था, आज उससे विदाई का दिन है. शक्तिकांता दास ने X पर अपने भावों को व्यक्त किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर रिजर्व बैंक के सभी साथियों का धन्यवाद दिया है. तमाम चुनौतियों में उनका साथ देने के लिए उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का खास जिक्र किया है.
X पर उन्होंने लिखा कि आज बाद रिजर्व बैंक गवर्नर के रूप में पद छोड़ दूंगा. आपके समर्थन और शुभकामनाओं के लिए आप सभी को धन्यवाद. मुझे RBI गवर्नर के रूप में देश की सेवा करने का मौका देने और उनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत आभारी हूं. उनके विचारों से बहुत लाभ हुआ.
शक्तिकांता दास ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को उनके लगातार समर्थन के लिए भी धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा कि वित्तीय-मौद्रिक समन्वय अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर था और पिछले छह वर्षों के दौरान हमें कई चुनौतियों से निपटने में मदद मिली.
वो आगे लिखते हैं 'मैं वित्तीय क्षेत्र और अर्थव्यवस्था के सभी हितधारकों, एक्सपर्ट्स और इकोनॉमिस्ट्स; इंडस्ट्री बॉडी और एसोसिएशंस; कृषि, सहकारी और सेवा क्षेत्रों के संगठनों को उनके इनपुट और नीतिगत सुझावों के लिए धन्यवाद देता हूं'
आखिर में उन्होंने अपनी पूरी RBI टीम को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा 'साथ मिलकर, हमने अभूतपूर्व वैश्विक झटकों के असाधारण कठिन दौर को सफलतापूर्वक पार किया. विश्वास और विश्वसनीयता की संस्था के रूप में RBI और भी ऊंचा हो. आपमें से हर एक को मेरी शुभकामनाएं'
शक्तिकांता दास को 12 दिसंबर, 2018 को रिजर्व बैंक का गवर्नर बनाया गया था, जब तत्कालीन रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल ने अचानक ही इस्तीफा दे दिया था. शक्तिकांता दास देश के दूसरे सबसे लंबे समय तक रिजर्व बैंक गवर्नर रहने वाले व्यक्ति हैं.