RBI ने बीते 4 महीने में 24 टन सोने का फॉरेक्स में रिजर्व जोड़ा है. RBI ने दुनियाभर में बढ़ते भूराजनीतिक तनाव के बीच अपने डाइवर्सिफिकेशन को बेहतर करने के लिए सोना खरीदा है. RBI डेटा के मुताबिक, दिसंबर 2023 तक देश के पास 803.6 टन का फॉरेक्स रिजर्व था, जबकि अप्रैल 2024 तक ये बढ़कर 827.7 टन हो गया है.
पश्चिम एशिया और रूस में बढ़ती अनिश्चितता के बीच करेंसी की वॉलिटिलिटी के असर को कम करने के लिए गोल्ड रिजर्व बढ़ाना पड़ा. बीते महीने के बुलेटिन में RBI ने जानकारी दी कि 2024 की पहली तिमाही में 290 टन सोना खरीदा गया, जो कुल ग्लोबल डिमांड का एक चौथाई है.
गोल्ड के दाम में उतार-चढ़ाव के बीच इसमें निवेश भी हेजिंग का एक बढ़िया मौका है. भारत में कंज्यूमर्स आमतौर पर गोल्ड ज्वेलरी खरीदते हैं, खासकर फेस्टिव सीजन में. इसके अलावा भी, बीते कई साल से RBI सोने को खरीदने के लिए काफी उत्सुक दिखा है.
दिसंबर 2023 में 7.75% के मुकाबले अप्रैल में गोल्ड की फॉरेक्स रिजर्व में हिस्सेदारी बढ़कर 8.7% हो गई है. गोल्ड की कीमतों में तेजी से RBI को वैल्यूएशन बढ़ने का भी फायदा मिल रहा है. RBI के मुताबिक, 'भूराजनीतिक उतार-चढ़ाव और सुस्त होती ग्लोबल इकोनॉमी के बीच RBI गोल्ड खरीदकर अपने स्ट्रैटेजिक डाइवर्सिफिकेशन पर काम कर रहा है'.