नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. राजनाथ सिंह एक बार फिर उनकी कैबिनेट का हिस्सा बने हैं. सोमवार को जब पोर्टफोलियो तय हुआ तो उन्हें एक बार फिर रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है.
मोदी के पहले कार्यकाल में वे गृह मंत्री बनाए गए थे, जबकि दूसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री. और अब तीसरे कार्यकाल में भी बतौर रक्षा मंत्री वे अपनी जिम्मेदारी कंटीन्यू करेंगे.
राजनाथ सिंह BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. मोदी से पहले वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी केंद्रीय मंत्री बनाए गए थे. यानी अटल से लेकर मोदी तक, हर दौर में वे महत्वपूर्ण भूमिका में रहे हैं और मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं.
राजनाथ सिंह ने अपनी सियासी पारी की शुरुआत 1974 में की थी, जबकि 1977 में वो पहली बार विधायक चुने गए.
1988 में उत्तर प्रदेश में वे MLC बने और शिक्षा मंत्री बनाए गए. इसके बाद साल 1994 में वो राज्यसभा सांसद चुने गए.
1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पहली बार उन्हें कैबिनेट में जगह मिली और केंद्रीय परिवहन मंत्री बनाया गया.
इस दौरान उन्होंने PM वाजपेयी के ड्रीम प्रोजेक्ट नेशनल हाईवे डेवलेपमेंट प्रोग्राम (NHDP) की शुरुआत की.
वर्ष 2000 में वो बाराबंकी की हैदरगढ़ सीट से विधायक चुने गए और विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए गए.
वर्ष 2003 में एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी तो उन्हें केंद्रीय कृषि मंत्री और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बनाया गया.
इस दौरान उन्होंने किसान कॉल सेंटर की शुरुआत की. उसी कार्यकाल में उन्होंने किसान आय बीमा स्कीम की शुरुआत की.
राजनाथ सिंह 2005 से 2009 के बीच वो BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और इस दौरान 2009 में वो गाजियाबाद सीट से सांसद चुने गए.
राजनाथ सिंह लखनऊ लोकसभा सीट से तीसरी बार जीतकर संसद पहुंचे हैं. इससे पहले 2014 और 2019 में भी वह लखनऊ सीट से जीत चुके हैं. उन्होंने समाजवादी पार्टी के रविदास मेहरोत्रा को करीब 1.35 लाख वोटों से हराया.
2014 में जीत के बाद वे गृह मंत्री बनाए गए थे और फिर 2019 में जीत के बाद उन्हें नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री बनाया गया था. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में राजनाथ सिंह ने तीसरी बार कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली और रक्षा मंत्री बनाए गए हैं.