AAP नेता आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले चुकी हैं. वे दिल्ली की अब तक की सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं. उनके साथ कैबिनेट के 5 मंत्रियों ने भी शपथ ली है.
शपथ लेने वाले मंत्रियों में गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत शामिल हैं.
आतिशी, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री भी हैं. राजभवन में हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे.
दरअसल 17 सितंबर को अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने 15 सितंबर को इस्तीफे का ऐलान किया था. 13 सितंबर को ही केजरीवाल 177 दिन बाद जेल से रिहा हुए थे.
केजरीवाल के इस्तीफा देने के उनके सिविल लाइंस स्थित आवास पर हुई विधायक दल की बैठक में आतिशी को सर्वसम्मति से सदन का नेता चुन लिया गया.
जब अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह जैसे दिग्गज नेता जेल में थे, तब आतिशी ने ही आम आदमी पार्टी को सक्रिय रखा और वे तमाम फ्रंट पर नेतृत्व कर रही थीं.
आतिशी का जन्म दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विजय सिंह और तृप्ता सिंह के यहां हुआ. आतिशी की पढ़ाई नई दिल्ली के स्प्रिंगडेल्स स्कूल में हुई. इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. आगे स्कॉलरशपि पर वे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पहुंची, जहां उन्होंने कुल दो मास्टर्स कीं.
आतिशी का नाम पहले आतिशी मार्लेना हुआ करता था. मार्लेना शब्द मार्क्स और लेनिन को मिलाकर बना था, जिन्हें उनके माता-पिता प्रेरणा मानते थे.
2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त आतिशी ने ये उपनाम हटा दिया था. उस चुनाव में वे गौतम गंभीर के खिलाफ ईस्ट दिल्ली से चुनाव लड़ी थीं, जिसमें उनकी करारी हार हुई थी. इसके बाद 2020 में वे कालकाजी से विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहीं.
सिसोदिया की करीबी मानी जाने वाली आतिशी को 2023 में उनकी गिरफ्तारी के बाद ही पहली बार मंत्री बनाया गया था. आतिशी आम आदमी पार्टी की गोवा यूनिट की प्रभारी भी रही हैं.