तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के चीफ एन चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. मुख्यमंत्री के तौर पर ये उनका चौथा कार्यकाल होगा. इसी के साथ उन्होंने प्रदेश में सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री JP नड्डा भी मौजूद रहे.
CM नायडू के बाद अभिनेता और नेता बने पवन कल्याण ने मंत्री पद की शपथ ली. वो आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM होंगे. शपथ लेने के बाद PM मोदी ने चंद्रबाबू को गले लगाकर उन्हें बधाई दी. वहीं पवन कल्याण ने भी अपने एक्टर-पॉलिटिशियन भाई चिरंजीवी और साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत से आशीर्वाद लिया. चंद्रबाबू के बेटे नारा लोकेश ने तीसरे नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली.
चंद्रबाबू नायडू की कैबिनेट में, उनके बेटे और TDP महासचिव नारा लोकेश, पवन कल्याण के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के अत्चन्नायडू और जनसेना पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष नादेंडला मनोहर प्रमुख तौर पर शामिल हैं.
इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ
के अत्चन्नायडू
पी नारायण
निर्मला रामानायडू
कोलू रविंद्र
वंगलापुडी अनिता
अनाम रामनारायण रेड्डी
कोलुसु पार्थसारधि
NMD फारूक
पय्यवुला केशव
अनज्ञानी सत्यप्रसाद
बलवीरंजनेयस्वामी
गोत्तीपति रवि
गुम्मदी संध्यारानी
जनार्दन रेड्डी
TG भरत
एस सविथा
वासमशेट्टी सुभाष
कोंडापल्ली श्रीनिवास
मंदीपल्ली राम प्रसाद रेड्डी
नाडेंडला मनोहर
सत्यकुमार यादव
कांडला दुर्गेश
TDP के मंत्रियों में 17 नए चेहरे हैं, जबकि बाकी 3 पहले भी मंत्री रह चुके हैं. जनसेना पार्टी से नादेंडला मनोहर और कंडुला दुर्गेश भी कैबिनेट में शामिल हैं, जबकि BJP से एकमात्र विधायक सत्य कुमार यादव ने मंत्री पद की शपथ ली.
नायडू की कैबिनेट में सीनियर नेता एन मोहम्मद फारूक एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं, जबकि तीन महिलाएं भी उनकी कैबिनेट में शामिल हैं.
विधानसभा चुनाव 2024 में नायडू की पार्टी TDP ने BJP और पवन कल्याण की पार्टी जनसेना के साथ हाथ मिलाया और इस तरह बने NDA गठबंधन को यहां की 175 में से 164 सीटों पर जीत मिली. TDP ने 135, BJP ने 8 और जनसेना पार्टी ने 21 सीट जीत कर इतिहास रच दिया. वहीं YSRCP महज 11 सीटों पर सिमट गई.
आंध्र प्रदेश BJP ने चंद्रबाबू नायडू को मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी है.
2019 में YSRCP ने TDP को बुरी तरह हराया था और चंद्रबाबू नायडू ने सत्ता गंवा दी थी. 74 साल के इस नेता ने इस साल चुनाव के दौरान लोगों से मार्मिक अपील की थी और इसे अपना अंतिम चुनाव बताया था. बता दें कि जेल में 52 दिनों तक रहने के बाद नायडू ने चुनाव में बहुमत हासिल करने और दोबारा विधानसभा में कदम रखने की कसम ली थी. इस चुनाव में उन्होंने इतिहास ही रच दिया.
साउथ फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने स्टार पवन कल्याण ने 1996 में फिल्मी सफर शुरू किया था और 2 साल बाद 1998 में ही 'ठोली प्रेमा' फिल्म के लिए उनकी झोली में राष्ट्रीय पुरस्कार आ गिरा. वहीं राजनीतिक करियर की बात करें तो शुरुआत में वे अपने बड़े भाई और स्टार चिरंजीवी के साथ थे, जिन्होंने प्रजा राज्यम पार्टी की स्थापना की.
बाद में जब चिरंजीवी ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया तो पवन ने किनारा ले लिया और फिर अपनी जनसेना नाम से पार्टी बना ली. 2014 चुनाव में TDP का समर्थन करने वाले पवन ने 2019 में अकेले चुनाव लड़ा और हार गए. इसके बावजूद वे लोगों की आवाज बन चुके थे. 2024 में उन्होंने TDP और BJP से हाथ मिलाया और कामयाबी हासिल की.