दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आबकारी नीति मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश नहीं हुए और एजेंसी को पत्र लिखकर पूछताछ के लिए भेजा गया नोटिस वापस लेने की मांग की. इसके साथ केजरीवाल ने दावा किया कि ये नोटिस ‘गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित’ है.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक वे मध्य प्रदेश के सिंगरौली में भगवंत मान के साथ एक रोड शो में शामिल होंगे.
कथित शराब घोटाले (Liquor Policy Scam) में केजरीवाल को आज ED के सामने 11 बजे पेश होने के लिए समन (ED Summon) भेजा गया था. बता दें सौरभ भारद्वाज और आतिशी जैसे नेताओं ने ED की पूछताछ के बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका जताई थी. इससे पहले अप्रैल में CBI ने केजरीवाल से पूछताछ की थी.
समन जारी होने के बाद आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज ने NDTV से बातचीत में कहा था कि 'केंद्र सरकार का एकमात्र उद्देश्य किसी भी कीमत पर आम आदमी पार्टी को खत्म करना है. इसके लिए वे कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं, यहां तक कि फर्जी मुकदमा भी बनवाया है. उनका आइडिया है कि अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा जाए और आम आदमी पार्टी को खत्म किया जाए.
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने भी अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की आशंका जताई थी. आतिशी ने कहा कि ऐसा इसलिए नहीं होने वाला है कि एजेंसी के पास उनके खिलाफ कोई सबूत है, बल्कि ऐसा इसलिए हो रहा है कि वो लगातार BJP के लिए मुखर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केजरीवाल को ED के समन पर कहा था कि 'BJP लोकसभा चुनाव के पहले विपक्षी पार्टियों की आवाज को खामोश करना चाहती है. इसलिए वे चुनाव के पहले सभी विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर सकते हैं. ताकि एक खाली देश में वे अपने लिए मतदान करा सकें. ये मिलकर साजिश कर रहे हैं.'
कथित शराब नीति घोटाले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अलावा राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है.