जम्मू कश्मीर और हरियाणा में चुनाव का बिगुल बज गया है. जम्मू कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में चुनाव होंगे, जबकि हरियाणा की 90 सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग होगी. वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी और उसी दिन दोनों ही राज्यों के चुनाव परिणामों की घोषणा होगी.
जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. शुक्रवार की दोपहर निर्वाचन आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने दोनों राज्यों में होने वाले चुनाव की तारीखों का ऐलान किया.
पहले चरण की वोटिंग- 18 सितंबर
दूसरे चरण की वोटिंग- 25 सितंबर
तीसरे चरण की वोटिंग- 1 अक्टूबर
मतगणना/रिजल्ट- 4 अक्टूबर
जम्मू और कश्मीर में करीब 87.09 लाख वोटर्स हैं. इनमें 44.46 लाख पुरुष, जबकि 42.62 लाख महिलाएं शामिल हैं. वहीं 20.7 लाख यंग वोटर्स में से 3.71 लाख वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे.
जम्मू और कश्मीर में करीब 82 हजार वोटर्स नि:शक्त हैं. यहां 85 वर्ष से ज्यादा उम्र के 73 हजार वोटर्स हैं, जबकि 2,660 वोटर्स की उम्र 100 वर्ष के पार है.
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग तस्वीर बदलना चाहते हैं. उन्होंने कहा, जम्मू कश्मीर के लोगों ने हिंसा को नकारा है. उन्होंने कहा कि 20 अगस्त को मतदाता लिस्ट जारी होगी. चुनाव के लिए लोगों में ललक दिखी है. चुनाव आयोग चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है.
सभी सीटों पर एक ही चरण में मतदान
1 अक्टूबर को होगी वोटिंग
4 अक्टूबर को आएंगे रिजल्ट
राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. इनमें 73 सीटें जेनरल यानी अनारक्षित हैं, जबकि 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं.
हरियाणा में करीब 2.01 करोड़ वोटर्स हैं. इनमें 1.06 करोड़ पुरुष, जबकि 95 लाख महिलाएं शामिल हैं. वहीं 40.95 लाख यंग वोटर्स में से 4.52 लाख वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे.
हरियाणा में करीब 1.5 लाख वोटर्स नि:शक्त हैं. यहां 85 वर्ष से ज्यादा उम्र के 2.55 लाख वोटर्स हैं, जबकि 10,321 ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 वर्ष के पार है. यहां थर्ड जेंडर के 459 वोटर्स हैं.
चुनाव आयोग 10,459 जगहों पर कुल 20,629 पोलिंग स्टेशन बनाएगा. इनमें से शहरी इलाकों में 7,132 जबकि ग्रामीण इलाकों में 13,497 पोलिंग स्टेशन होंगे. हर पोलिंग स्टेशन पर औसत 977 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करे सकेंगे.
चुनाव आयोग ने कहा, 'मॉडल पोलिंग स्टेशन की संख्या 150 होगी.' आयोग ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जिन मतदाताओं की उम्र 85 वर्ष से ज्यादा है और जो मतदाता PWD कैटेगरी के तहत आते हैं, ऐसे मतदाता घर से ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे.'