लंबे समय तक चले सियासी संग्राम और कोर्ट तक पहुंची लड़ाई के बाद बिहार में आखिरकार 15 अप्रैल से जातीय जनगणना (Bihar Caste Census) शुरू होगी. जनगणना के दौरान लोगों से उनके परिवार, जमीन, मकान, शिक्षा, पेशा, आय के साथ धर्म और जाति भी पूछी जाएगी.
जनगणना में 17 सवाल पूछे जाएंगे, जिनमें से 15 सवालों के जवाबों के लिए कोड तय कर दिया गया है. इन 15 में से एक जाति वाला कोड भी (Bihar Caste Codes) होगा. राज्य में JDU, RJD जैसी राजनीतिक पार्टियां शुरू से जातीय जनगणना के पक्ष में रही हैं, जबकि BJP ने खुले तौर पर इसका समर्थन नहीं किया था.
जातीय जनगणना के विरोध में मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने जातिगत जनगणना को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई से इनकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट कहना था कि अगर जनगणना और सर्वेक्षण पर रोक लगाई गई तो सरकार कैसे तय करेगी कि आरक्षण कैसे प्रदान किया जाए? कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को फटकार भी लगाई थी कि पटना हाईकोर्ट भी मामले की सुनवाई करने के लिए सक्षम है तो आप पहले वहां क्यों नहीं गए?
बहरहाल अब कुछ ही दिनों में प्रदेश में जातीय जनगणना शुरू होगी. राज्य में अलग-अलग जातियों के लिए 214 कोड तय किए गए हैं, जबकि इनके अलावा अन्य किसी जाति के लिए कोड-215 तय किया गया है. क्या आपको अपनी जाति का कोड पता है? यहां देखें पूरी लिस्ट.