CWC Meeting: राहुल गांधी को लोकसभा में नेता विपक्ष बनाने को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) में रखा गया प्रस्ताव पारित हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अलापुज्जा के चुने गए सांसद के सी वेणुगोपाल ने बताया कि CWC ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी लेने का अनुरोध किया है, राहुल गांधी ने कि वो इस पर विचार करेंगे और जल्दी ही अपना फैसला बताएंगे.
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मनीष तिवारी, डी के शिवकुमार और रेवंत रेड्डी सहित कई लोग शामिल हुए. इस बैठक से पहले पार्टी के कई नेताओं ने मांग उठाई कि राहुल गांधी को प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि ये 140 करोड़ भारतीयों की मांग है. रेवंत रेड्डी ने कहा कि - हमारी मांग वही है जो 140 करोड़ भारतीयों की है, राहुल गांधी को विपक्ष के नेता के रूप में पद लेना चाहिए, राहुल गांधी महिलाओं और बेरोजगारों के लिए लड़ते रहे हैं.
कांग्रेस की ओर से बैठक के बाद एक चिट्ठी भी जारी की गई, जिसमें कहा गया कि हम स्वीकार करते हैं कि हमारे सामने अभी भी कई चुनौतियां बाकी हैं, इसमें कोई संदेह नहीं कि हम पुनर्जीवित हो चुके हैं, लेकिन देश के राजनीतिक जीवन में पार्टी का जो प्रमुख स्थान था, उसे हासिल करने के लिए हमें अभी भी लंबा सफर तय करना बाकी है. भारत की जनता ने कांग्रेस को एक और मौका दिया है. अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस अवसर का लाभ उठाएं और हम ऐसा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं.
नेता विपक्ष एक संसद सदस्य होता है जो विपक्ष का प्रभारी होता है और सरकार बनाने वाली पार्टी के बाद सबसे अधिक सीटों वाली सबसे बड़ी पार्टी या पार्टियों के गठबंधन का संसदीय अध्यक्ष होता है. इस पद के लिए सांसद का चयन उस पार्टी के सदस्यों की ओर से किया जाता है.
महाराष्ट्र से निर्दलीय लोकसभा सदस्य विशाल पाटिल ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया है, इसके बाद कांग्रेस को इस बार 99 सीटें मिलीं और फिर उसकी संख्या एक बढ़कर 100 के आंकड़े को छू गई. इसलिए, कांग्रेस सांसद के नेता विपक्ष बनने की पूरी संभावना है.